जम्मू, 16 नवंबर (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने खुफिया जानकारी और समन्वित कार्रवाई के जरिए एक अंतरराज्यीय आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने के लिए पुलिस की सराहना की। इस कार्रवाई से देश भर में सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल द्वारा किए जाने वाले कई आतंकी हमलों को रोका गया।
एक समारोह को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक अंतरराज्यीय आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करके एक बड़ी सफलता हासिल की है, जिससे देश भर में आतंकवादियों द्वारा योजनाबद्ध हमलों की श्रृंखला को रोका जा सकेगा।
उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने समय पर खुफिया जानकारी और समन्वित कार्रवाई से हाल ही में लाल किला विस्फोट से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का सफलतापूर्वक भंडाफोड़ किया। उन्होंने आगे कहा कि वह नौगाम पुलिस स्टेशन में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बहुत दुखी हैं, जहां गिरफ्तार आतंकवादियों से बरामद विस्फोटक सामग्री की फोरेंसिक जांच के दौरान एक आकस्मिक विस्फोट हुआ।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों की एक टीम लाल किला विस्फोट में शामिल आतंकवादियों से जब्त किए गए विस्फोटकों के नमूने एकत्र कर रही थी। यह दुख की बात है कि हमने जम्मू-कश्मीर पुलिस के बहादुर जवानों और अधिकारियों को खो दिया। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।
गौरतलब है कि मनोज सिन्हा ने इस बात पर जोर दिया कि विस्फोट में कोई आतंकी पहलू या बाहरी हस्तक्षेप नहीं था और यह पूरी तरह से आकस्मिक था।
उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के समर्पण और काम की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी त्वरित कार्रवाई ने देश भर में आतंकवादी हमलों को रोककर अनगिनत लोगों की जान बचाई है। उन्होंने आगे कहा कि अधिकारियों ने नौगाम घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और घायलों और शहीदों के परिवारों को सहायता प्रदान की जा रही है।
एनएसजी के केंद्रीय फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम दिन में पहले ही नौगाम पुलिस स्टेशन पहुंच गई। टीम ने नमूने एकत्र किए और स्थानीय पुलिस अधिकारियों से बातचीत की।
स्थानीय पुलिस अधिकारी फरीदाबाद में एक सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल से जब्त विस्फोटक सामग्री का नमूना ले रहे थे, तभी 14 नवंबर की रात लगभग 11.20 बजे नौगाम पुलिस स्टेशन के अंदर एक आकस्मिक विस्फोट हुआ। नौगाम विस्फोट में नौ लोग मारे गए, जबकि 31 अन्य घायल हुए।

