नई दिल्ली, 23 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली के कर्तव्य पथ पर 26 जनवरी को 76वें गणतंत्र दिवस के दिन एक झांकी केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की भी होगी। खास बात यह है कि इसके जरिए ‘लखपति दीदी’ योजना के बारे में बताया जाएगा, जो महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बन गई है।
‘लखपति दीदी’ स्वयं सहायता समूहों की सदस्य होती हैं। योजना के जरिए वह सालाना एक लाख रुपये की कमाई करती हैं। यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गई है। देश भर में 1.15 करोड़ से अधिक महिलाओं ने अब तक यह उपलब्धि हासिल की है।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की झांकी के जरिए उन महिला उद्यमियों की भूमिका के बारे में बताया जाएगा जिन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) जैसी सरकारी पहलों के माध्यम से अपने जीवन को बदल दिया है। इस साल झांकी का विषय उद्यमिता, आत्मनिर्भरता और शिक्षा के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण पर केंद्रित है। इस झांकी में एक बैनर भी लगाया गया है, जिसमें “सशक्त महिलाएं, समृद्ध परिवार, मजबूत राष्ट्र” जैसी बातें लिखी गई हैं।
झांकी के आगे ‘लखपति दीदी’ की एक प्रतीकात्मक मूर्ति भी लगाई गई है, जिसमें ‘लखपति दीदी’ को रुपये पकड़े हुए दिखाया गया है, जो वित्तीय आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। इसके चारों ओर विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं की आकृतियां होंगी, जो हस्तशिल्प, डेयरी फार्मिंग, बुनाई, लघु उद्योग और कृषि जैसी गतिविधियों में शामिल विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं की आकृतियां होंगी। झांकी में कंप्यूटर का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं को भी दिखाया जाएगा, जो ग्रामीण विकास में डिजिटल साक्षरता के एकीकरण का प्रतीक है।
इसके अलावा ग्रामीण भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले रूपांकन – जैसे मिट्टी के बर्तन, स्थानीय शिल्प और क्षेत्रीय वनस्पतियों को झांकी में दर्शाया जाएगा, जो देश की जमीनी संस्कृति के साथ एक समृद्ध दृश्य को दिखाती है। इनके माध्यम से झांकी का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त बनाने वाली विविध आर्थिक गतिविधियों पर प्रकाश डालना है।
एक प्रतिभागी रुचि ने आईएएनएस से कहा, “हम लखपति दीदी योजना को उजागर करने के लिए एक झांकी का आयोजन कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाना है ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।”
एक अन्य प्रतिभागी ने कहा, “हम लखपति दीदी योजना के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए काम कर रहे हैं, ताकि लोग समझ सकें कि वे इस अवसर का लाभ कैसे उठा सकते हैं।”
इस साल का गणतंत्र दिवस परेड देश की सांस्कृतिक विविधता और सैन्य शक्ति का अनूठा मिश्रण होगा, जिसमें संविधान के लागू होने के 75 साल और जनभागीदारी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इस साल गणतंत्र दिवस परेड में विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के मंत्रालयों या विभागों का प्रतिनिधित्व करने वाली कुल 31 झांकियां भाग लेंगी, जो “स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास” थीम पर आधारित होंगी।