हिंदी सिनेमा में कल्ट क्लासिक फिल्म ‘शूल’ के 25 साल पूरे

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मुंबई, 5 नवंबर (आईएएनएस)। हिंदी सिनेमा में कल्ट क्लासिक फिल्म ‘शूल’ के 25 साल पूरे होने पर बॉलीवुड के फेमस कलाकार मनोज बाजपेयी ने कहा कि फिल्म की यात्रा ‘शुद्ध जुनून, धैर्य और अटूट विश्वास’ से पैदा हुई है।

मनोज ने इंस्टाग्राम पर 1999 में रिलीज हुई एक्शन क्राइम फिल्म से कुछ तस्‍वीरें शेयर की। यह फिल्‍म कल्‍ट फिल्‍मों में शामिल हुई।

इन तस्‍वीरों में राम गोपाल वर्मा को भी देखा जा सकता है। इसके साथ ही इसमें रवीना टंडन की भी झलक देखी जा सकती है।

उन्होंने लिखा, “शूल के 25 साल, शुद्ध जुनून, धैर्य और अटूट विश्वास से पैदा हुई एक यात्रा। दूरदर्शी राम गोपाल वर्मा के साथ काम करना प्रेरणादायक से कम नहीं था। इस कहानी को अपने कंधों पर उठाने के लिए उनका मुझ पर विश्वास सब कुछ था, खासकर ऐसे समय में जब बहुत कम लोग ऐसा जोखिम उठाते हैं।”

“मुझ पर भरोसा करने, हमारा मार्गदर्शन करने और एक ऐसी फिल्म बनाने के लिए धन्यवाद, जो पीढ़ियों तक गूंजती रहेगी।”

उन्होंने दृश्यों में गहराई लाने के लिए निर्देशक ईश्वर निवास को धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि पूरी कास्ट जिनकी प्रतिभा और ऊर्जा ने इस अनुभव को अविस्मरणीय बना दिया।

इसे “टाइमलेस सिनेमा” कहते हुए, उन्होंने लिखा, “शूल को एक कल्ट क्लासिक के रूप में अपनाने वाले सभी लोगों के लिए, यह मील का पत्थर उतना ही आपका है जितना हमारा।”

“शूल” बिहार में राजनेता-अपराधी गठजोड़ और राजनीति के अपराधीकरण और एक ईमानदार पुलिस अधिकारी के जीवन पर आधारित कहानी है। इसमें मनोज बाजपेयी ने इंस्पेक्टर समर प्रताप सिंह और सयाजी शिंदे ने अपराधी-राजनेता बच्चू यादव की भूमिका निभाई है।

इस फिल्म ने हिंदी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता। “शूल” को भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में प्रदर्शित किया गया।