जम्मू, 1 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जम्मू में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और कहा कि मोदी सरकार पीड़ितों को वित्तीय और अन्य सहायता प्रदान करना जारी रखेगी।
अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि उन्होंने जम्मू में हाल ही में आई बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की।
गृह मंत्री ने एक्स पर लिखा, “जल आपूर्ति और स्वास्थ्य विभागों को बाढ़ के बाद उत्पन्न होने वाली स्वास्थ्य सेवा संबंधी जरूरतों को पूरा करने में पूरी ताकत लगाने का निर्देश दिया गया है। मोदी सरकार त्वरित राहत, वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करना जारी रखेगी।”
इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “आज जम्मू में मैंने तवी पुल और बाढ़ से हुए नुकसान का निरीक्षण किया। मोदी सरकार प्रभावित लोगों के साथ पूरी तरह खड़ी है और उनकी मदद के लिए हर संभव प्रयास करेगी।”
केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा व्यक्त की गई चिंता और प्रभावित लोगों की पीड़ा को कम करने की उनकी तत्परता के बाद, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के कार्यालय ने एक्स पोस्ट में कहा, “मुख्यमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में बाढ़ की स्थिति पर गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में भाग लिया। उन्होंने इस यात्रा के लिए आभार व्यक्त किया, जो संकट की गंभीरता को रेखांकित करती है और समन्वय को मजबूत करेगी। उन्होंने दोहराया कि सरकार की प्राथमिकता समय पर राहत, पुनर्वास और जीवन को मज़बूती से फिर से बनाना है।”
केंद्रीय गृह मंत्री ने सोमवार सुबह जम्मू में तवी पुल और बिक्रम चौक का दौरा किया। हाल ही में आई बाढ़ से तवी पुल को भारी नुकसान पहुंचा है, जबकि बिक्रम चौक क्षेत्र में दुकानों, स्टोर और गोदामों सहित निजी संपत्तियों को बाढ़ के कारण करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।
तवी ब्रिज और बिक्रम चौक के दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री के साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, वरिष्ठ अधिकारी और भाजपा नेता मौजूद थे।
अमित शाह ने जम्मू में हाल ही में आई बाढ़ से प्रभावित चक मंगू गांव का भी दौरा किया। उन्होंने कहा कि आपदा मोचन बल राहत एवं बचाव कार्य पूरे जोर-शोर से चला रहे हैं और प्रभावित लोगों को चिकित्सा सहायता भी प्रदान की जा रही है।
उन्होंने दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए पर्याप्त उपाय करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने इससे पहले संवाददाताओं को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री हाल ही में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद हुए नुकसान का आकलन करने, राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करने के लिए विशेष रूप से यहां आए हैं और इस यात्रा के दौरान गृह मंत्री के कार्यक्रम में सुरक्षा समीक्षा या विकास कार्यों की समीक्षा शामिल नहीं थी।
रविवार देर शाम यहां पहुंचने से पहले, केंद्रीय गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के लिए अलग-अलग अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीमें गठित करने की घोषणा की। ये टीमें भारी बारिश, अचानक बाढ़, बादल फटने और भूस्खलन से हुए नुकसान का आकलन करेंगी।
गृह मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि मंत्रालय इन राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में है और जरूरी सहायता प्रदान कर रहा है। इसमें एनडीआरएफ, सेना और वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की टीमें शामिल हैं, जो खोज, बचाव और आवश्यक सेवाओं को बहाल करने में मदद कर रही हैं।