जकार्ता, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। इंडोनेशिया के पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत में स्थित माउंट लेवोटोबी में बुधवार को विस्फोट हो गया। इसके बाद उड़ानों के लिए चेतावनी और सुरक्षा संबंधी सलाह जारी कर दी गई है। ज्वालामुखी विज्ञान और भूवैज्ञानिक आपदा न्यूनीकरण केंद्र (जियोलॉजिकल डिजास्टर मिटिगेशन सेंटर) ने यह जानकारी दी।
विस्फोट से राख का एक स्तंभ आकाश में 3,500 मीटर तक फैल गया, और घने भूरे बादल क्रेटर के पश्चिम और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़े।
ज्वालामुखीय राख से उत्पन्न होने वाले जोखिम को कम करने के लिए, विमानन के लिए ज्वालामुखी वेधशाला नोटिस ऑरेंज स्तर पर जारी किया गया है, जो दूसरी सबसे बड़ी चेतावनी है। इसमें माउंट लेवोटोबी के आसपास के क्षेत्र में विमानों को 5,000 मीटर से नीचे उड़ान भरने पर प्रतिबंध लगाया गया है। विमानों को ज्वालामुखीय राख की उपस्थिति के बारे में भी सावधानी बरतनी चाहिए, जो उनकी उड़ानों को बाधित कर सकती है।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि ज्वालामुखी की ढलान पर रहने वाले निवासियों को तापीय बादलों और ज्वालामुखीय पदार्थों के जोखिम से बचाने के लिए, केंद्र ने सुरक्षा सलाह जारी की है। निवासियों, पर्यटकों और आगंतुकों को ज्वालामुखी से छह किमी के दायरे में किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होने की सलाह दी गई है।
ज्वालामुखी के पास रहने वाले समुदायों को भारी बारिश होने पर ज्वालामुखी के शिखर से निकलने वाली नदियों द्वारा प्रेरित लावा बाढ़ की संभावना के बारे में भी पता होने के बारे में कहा गया है।
जिन निवासियों के रहने के क्षेत्र ज्वालामुखीय राख के फैलाव के दायरे में हैं, उन्हें श्वसन तंत्र के खतरों से खुद को बचाने के लिए फेस मास्क या नाक-मुंह को ढंककर रखने की सलाह दी गई है।
पिछले महीने, ज्वालामुखी विज्ञान और भूवैज्ञानिक आपदा न्यूनीकरण केंद्र ने माउंट लेवोटो बी के विस्फोट के बाद अलर्ट की स्थिति को उच्चतम स्तर तक बढ़ा दिया था।
20 मार्च की मध्यरात्रि से पहले विस्फोट से 8,000 मीटर तक की ऊंचाई तक राख का एक गुबार निकला।
बता दें कि 1,584 मीटर ऊंचा माउंट लेवोटोबी इंडोनेशिया के 127 सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है। इंडोनेशिया 27 करोड़ लोगों का एक द्वीपसमूह है जहां अक्सर भूकंपीय गतिविधियां होती रहती हैं।