नई दिल्ली, 7 मार्च (आईएएनएस)। एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाएं अपने स्वास्थ्य को बहुत अहमियत दे रही हैं, जिसे एक बड़े परिवर्तन के रूप में देखा जा रहा है।
रेडक्लिफ लैब्स ने यह रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से पहले जारी की है जिसमें महिलाओं के स्वास्थ्य के बारे में बड़ा खुलासा किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले तीन सालों में महिलाओं में अपने स्वास्थ्य को लेकर गंभीरता और संवेदनशीलता बढ़ी है।
रिपोर्ट में सामने आया है कि साल 2021 में जहां 40 फीसद महिलाएं अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देती थीं, वहीं साल 2022 में यह आंकड़ा बढ़कर 45 फीसद पहुंच गया और इसके बाद साल 2023 में यह आंकड़ा 48 फीसद हो गया।
कंपनी द्वारा ‘लेट हर डिसाइड’ के अभियान के अंतर्गत महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर यह जानकारी जुटाई गई है। जिसके बाद यह रिपोर्ट जारी की गई।
रिपोर्ट में सामने आया है कि दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, पुणे, मुंबई और हैदराबाद में रहने वाली महिलाओं में अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता तेजी से बढ़ी है। इन इलाकों में रहने वाली महिलाएं समय-समय पर अपना हेल्थ चेकअप कराने लगी हैं।
महिलाओं ने मुख्य रूप से निवारक स्वास्थ्य जांच पैकेजों पर ध्यान केंद्रित किया और मधुमेह की निगरानी के लिए एचबीए1सी परीक्षण, हेमोग्राम परीक्षण, रुमेटीइड कारक (आरए) मात्रात्मक परीक्षण और थायरॉयड प्रोफाइल परीक्षण लोकप्रिय विकल्प के रूप में उभरे।
रेडक्लिफ लैब्स की चिकित्सा प्रयोगशाला निदेशक डॉ. सोहिनी सेनगुप्ता ने बयान जारी कर कहा, “हमारा उद्देश्य महिलाओं को उनके स्वास्थ्य पर ध्यान दिलाना है। हमारे ‘लेट हर डिसाइड ‘ अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं का खुद पर विश्वास बढ़ाना है, ताकि वो खुद की बेहतरी के लिए निर्णय ले सकें। हम यह देखकर बेहद खुश हैं कि अब महिलाएं अपने स्वास्थ्य देखभाल की जिम्मेदारी खुद उठा रही हैं।”