अगरतला, 23 दिसंबर (आईएएनएस)। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने मंगलवार को भाजपा की सहयोगी टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) पर तीखा हमला बोला। टीएमपी ने कथित तौर पर बयान दिया था कि त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) में भाजपा को काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
साहा ने जोर देकर कहा कि कोई भी ताकत भाजपा को जनजातीय क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित करने और जनजातीय लोगों के लिए काम करने से नहीं रोक सकती।
खोवाई जिले के बैजल बारी में एक पार्टी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रिपुरा में ब्लैकमेल और धमकियों पर आधारित राजनीति अब नहीं चलेगी। हमें पार्टी कार्यक्रम आयोजित करने या जनता के लिए काम करने से कोई नहीं रोक सकता। ब्लैकमेल और धमकी की राजनीति अब नहीं चलेगी।
साहा ने कहा कि जनजातीय महिलाओं के लिए आयोजित कार्यक्रम को बाधित करने का प्रयास किया गया।
उन्होंने कहा कि हमारे संरक्षक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं। हम संवाद और शांति चाहते हैं, अशांति नहीं। कानून व्यवस्था संवैधानिक तरीकों से सख्ती से कायम रखी जाएगी। भाजपा कभी भी अराजकता में विश्वास नहीं करती।
बाहरी दबाव की रणनीति से तुलना करते हुए मुख्यमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र किया और कहा कि पाकिस्तान परमाणु हमलों की धमकी देकर ब्लैकमेल करता था। इसी तरह, अब एक और पार्टी सीपीआई (एम) के सत्ता में आने की बात कहकर ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रही है, और सभी जानते हैं कि भाजपा 2018 में सत्ता में कैसे आई।
साहा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सभी सरकारों को महिलाओं, युवाओं, किसानों और गरीबों के कल्याण के लिए काम करने का निर्देश दिया है, और त्रिपुरा सरकार भी उसी राह पर चल रही है।
उन्होंने कहा कि हम मिलकर एक नया त्रिपुरा बनाना चाहते हैं, लेकिन कुछ लोग गठबंधन की राजनीति के बुनियादी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, जबकि हम उनका पालन कर रहे हैं।
टीएमपी के उस बयान पर सवाल उठाते हुए कि भाजपा को टीटीएडीसी क्षेत्रों में अनुमति नहीं दी जाएगी, मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी टिप्पणियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

