बेंगलुरु, 1 मार्च (आईएएनएस)। कर्नाटक में पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने का मामला शुक्रवार को भाजपा और कांग्रेस के बीच तकरार का कारण रहा।
भाजपा ने आरोप लगाया कि कर्नाटक सरकार फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की रिपोर्ट जारी करने को तैयार नहीं है। वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस ने जोर देकर कहा कि वह एफएसएल से अतिरिक्त रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
विपक्ष के नेता आर अशोक ने गुरुवार रात सोशल मीडिया पर दावा किया कि सरकार के कार्यों से संदेह पैदा होता है क्योंकि वह एफएसएल रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से झिझक रही है।
राज्य गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने शुक्रवार को आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि एक और एफएसएल रिपोर्ट लंबित है।
जी. परमेश्वर ने बताया, “रिपोर्ट अभी हम तक नहीं पहुंची है। रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद हम कार्रवाई करेंगे। सात व्यक्तियों को पहले ही बुलाया जा चुका है और वॉयस सैंपल एकत्र कर लिए गए हैं।”
बता दें कि 27 फरवरी को कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार सैयद नसीर हुसैन ने जीत दर्ज की थी। इस बीच विधानसभा परिसर में जश्न के दौरान कथित तौर पर पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए गए थे। इसके बाद भाजपा ने अपना आंदोलन तब तक जारी रखने का फैसला किया है, जब तक गिरफ्तारी नहीं हो जाती।
इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल भी राज्यपाल से मिला और सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।