नई दिल्ली, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत में सभी श्रेणियों के वाहनों की रिटेल बिक्री नवंबर में 11.21 प्रतिशत बढ़कर 32,08,719 यूनिट्स हो गई है, जो कि पिछले साल समान अवधि में 28,85,317 यूनिट्स थी। इसकी वजह दोपहिया वाहनों की बिक्री में इजाफा होना है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन द्वारा संकलित किए गए आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर में दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री बढ़कर 26,15,953 यूनिट्स हो गई, जो पिछले साल इसी महीने में 22,58,970 यूनिट्स थी, इसमें सालाना आधार पर 15.8 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि देखी गई है।
हालांकि, यात्री वाहनों (पीवी) की खुदरा बिक्री 13.72 प्रतिशत घटकर 3,21,943 यूनिट्स हो गई है, जबकि एक साल पहले समान अवधि में यह 3,73,140 यूनिट्स थी।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सी.एस. विग्नेश्वर ने एक बयान में कहा, “नवंबर में शादी सीजन के कारण बिक्री की गति बढ़ने की उम्मीद थी, लेकिन डीलरों के फीडबैक से पता चलता है कि सेगमेंट ने अपेक्षाओं से कम प्रदर्शन किया है।”
उन्होंने कहा कि ग्रामीण बाजारों ने कुछ सपोर्ट किया है। इस कारण दोपहिया वाहनों की बिक्री में इजाफा हुआ है।
विग्नेश्वर ने आगे कहा, “इन्वेंट्री का स्तर लगभग 10 दिनों तक कम हुआ है, लेकिन यह लगभग 65-68 दिनों के उच्च स्तर पर बना हुआ है।”
वाणिज्यिक वाहनों के सेगमेंट पर फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन ने कहा कि खुदरा बिक्री पिछले महीने 81,967 इकाई थी, जबकि नवंबर 2023 में यह 87,272 इकाई थी, जो सालाना आधार पर 6.08 प्रतिशत कम है।
विग्नेश्वर ने कहा कि सीमित उत्पाद विकल्प, पुराने मॉडल के मुद्दे, सीमित वित्तीय सहायता और अक्टूबर में मजबूत प्रदर्शन के बाद नवंबर में कोई प्रमुख त्यौहार न होने जैसे कारकों ने वाणिज्यिक वाहनों की मांग को प्रभावित किया।
उन्होंने कहा, “चुनाव, कोयला और सीमेंट उद्योगों में मंदी और कमजोर बाजार भावना जैसे बाहरी तत्वों ने भी इस श्रेणी पर भारी असर डाला है।”