नई दिल्ली, 14 मार्च (आईएएनएस)। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को यहाँ आयरलैंड के उद्यम, व्यापार एवं रोजगार मंत्री साइमन कोवेनी से मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच सहयोग के नए क्षेत्रों पर चर्चा की।
साइमन कोवेनी एक व्यापार प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं जो दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने के अवसर पर आर्थिक संबंधों और बढ़ते व्यापारिक सहयोग पर फोकस करने के लिए इस सप्ताह भारत आया है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “आयरलैंड के उद्यम, व्यापार एवं रोजगार मंत्री साइमन कोवेनी से मिलकर खुशी हुई। भारत और आयरलैंड के बीच सहयोग के नए क्षेत्रों पर बहुत सकारात्मक चर्चा हुई।”
दोनों नेताओं ने युद्धग्रस्त गाजा और यूक्रेन पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।
साइमन कोवेनी ने भारत के लिए रवाना होने से पहले एक वीडियो संदेश में कहा, “यह कई मायनों में एक आकर्षक देश है – सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक और दुनिया में सबसे तेजी से विकासशील समाजों में से एक।”
अपने देश में भारतीय समुदाय की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि आज आयरलैंड में “91 हजार भारतीय नागरिक” रह रहे हैं, जो आयरिश समाज और अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा हैं।
साइमन कोवेनी ने कहा, “आयरलैंड में लगभग 50 भारतीय कंपनियाँ हैं, जो पाँच-छह हजार लोगों को रोजगार देती हैं। आयरिश अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव बढ़ रहा है जो बहुत सकारात्मक है।”
आयरलैंड के प्रतिनिधिमंडल की यात्रा सोमवार को बेंगलुरु के गार्डन सिटी से शुरू हुई है। आयरिश सरकार की व्यापार और नवाचार एजेंसी एंटरप्राइज आयरलैंड तथा आयरलैंड की एफडीआई एजेंसी, आईडीए आयरलैंड, ने आयरिश दूतावास के साथ मिलकर इसका आयोजन किया है।
बेंगलुरु में साइमन कोवेनी ने फार्मा कंपनी बायोकॉन के साथ-साथ आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों इंफोसिस और विप्रो के शीर्ष पदाधिकारियों से मुलाकात की।
उनके आगमन पर, भारत में आयरिश राजदूत, केविन केली ने एक्स पर कहा कि यह यात्रा “भारत और आयरलैंड के बीच और भी अधिक व्यापार को बढ़ावा देने के लिए मौजूद क्षमता का पता लगाने का एक बड़ा अवसर प्रदान करेगी”।
केविन केली ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार पहले से ही “प्रति वर्ष 10 अरब यूरो के स्वस्थ स्तर पर” है।
पिछले साल शुरू की गई अपनी नवीनीकृत एशिया प्रशांत रणनीति के हिस्से के रूप में, आयरलैंड के उप प्रधानमंत्री माइकल मार्टिन ने कहा था कि उनका देश भारत के साथ अपने आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को और गहरा करने का इरादा रखता है।
माइकल मार्टिन के अनुसार, यह रणनीति भविष्य में आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी और एशिया प्रशांत क्षेत्र में विस्तार करने की आयरलैंड की महत्वाकांक्षाओं का समर्थन करेगी।