फ्रीटाउन, 31 मई (आईएएनएस)। शिवसेना सांसद श्रीकांत एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने सिएरा लियोन की सफल यात्रा पूरी की। इस दौरान उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंकवाद से लड़ने और विश्व शांति बनाए रखने के लिए सहयोग बढ़ाने की अपील की।
सिएरा लियोन के उप राष्ट्रपति मोहम्मद जुल्देह जलोह ने प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान भारत के साथ पश्चिम अफ्रीकी देश की एकजुटता की पुष्टि की। उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी।
भारतीय उच्चायोग ने फ्रीटाउन में शनिवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के दौरान सिएरा लियोन के उपराष्ट्रपति मोहम्मद जुल्देह जलोह ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की, मारे गए निर्दोष लोगों के लिए दुख जताया, और भारत के साथ एकजुटता की पुष्टि की।”
प्रतिनिधिमंडल ने सिएरा लियोन के कई प्रमुख नेताओं से विस्तृत बैठकें कीं। इनमें संसद के अध्यक्ष, सांसद और विदेश मामलों की समिति, उप रक्षा मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा समन्वयक और कार्यवाहक विदेश मंत्री शामिल थे। इन बैठकों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने और आपसी संबंध मजबूत करने पर चर्चा हुई।
प्रतिनिधिमंडल ने भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को उजागर किया और बताया कि भारत किसी भी तरह के आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करता। उन्होंने यह भी जोर दिया कि इस खतरे से लड़ने के लिए सभी देशों को मिलकर एकजुट होना बहुत जरूरी है।
भारत के उच्चायोग द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, ”सिएरा लियोन के उप रक्षा मंत्री मुआना ब्रिमा मासाक्वोई और विपक्ष के उप नेता डेनियल ब्रिमा कोरोमा ने आतंकवाद की कड़ी निंदा की और भारत के रुख का मजबूती से समर्थन किया। मंत्री मासाक्वोई ने कहा कि अफ्रीकी देशों को तुरंत एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ कदम उठाने की जरूरत है, नहीं तो यह खतरा उनके देशों तक भी पहुंच सकता है।”
प्रतिनिधिमंडल ने मीडिया और पत्रकारों से बात की। उन्होंने बताया कि आतंकवाद से लड़ने के लिए सिएरा लियोन के उप राष्ट्रपति, संसद के सभापति, उप रक्षा मंत्री, कार्यवाहक विदेश मंत्री और अन्य बड़े नेताओं के साथ हुई चर्चा बहुत अच्छी और मददगार रही।
शुक्रवार को प्रतिनिधिमंडल ने सिएरा लियोन में कई विदेशी राजनयिकों से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलकर कार्रवाई करने की जरूरत पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने उन लोगों की हरकतों को रोकने की भी बात की, जो भारत के खिलाफ सीमा पार से आतंकवादी गतिविधियां करते हैं, उनका समर्थन करते हैं या उन्हें मदद देते हैं।
शिंदे के नेतृत्व में गए प्रतिनिधिमंडल में कई प्रमुख नेता और अधिकारी शामिल थे। इनमें बंसुरी स्वराज, अतुल गर्ग, मनन कुमार मिश्रा, सस्मित पात्र, ई.टी. मोहम्मद बशीर, एस.एस. आहलूवालिया और पूर्व राजदूत सुजन चिनॉय शामिल हैं।