तेल अवीव, 24 जून (आईएएनएस)। ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष तेज हो गया है। ईरान ने मंगलवार को मध्य और दक्षिणी इजरायल पर आठ बैलिस्टिक मिसाइलें दागी। इनमें से एक मिसाइल बीरशेबा स्थित एक अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स पर गिरी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
इस हमले से इमारत पूरी तरह ढह गई। मैगन डेविड एडोम के आपातकालीन कर्मियों ने तीन लोगों की मौत की पुष्टि की।
इस विस्फोट में घायल कई लोगों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों और हेल्थकेयर सेंटर में ले जाया गया। हालांकि, घायलों की आधिकारिक संख्या अभी जारी नहीं की गई है।
हमले के तुरंत बाद इजरायल डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ) ने बताया कि मध्य इजरायल और दक्षिणी हिस्सों में मिसाइल सायरन फिर से बजे हैं, जो एक और मिसाइल हमले का संकेत दे रहे थे।
यह हमला ईरान द्वारा इजरायल के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को स्थानीय समयानुसार सुबह 4 बजे से एकतरफा रोकने की घोषणा के कुछ समय बाद हुआ।
ईरानी अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह युद्धविराम सशर्त है और पूरी तरह इजरायल के आक्रामक हमले बंद करने पर निर्भर है।
यह विरोधाभास तब स्पष्ट हो गया, जब ट्रंप ने दावा किया कि दोनों पक्ष युद्धविराम पर सहमत हुए हैं, लेकिन तेहरान ने इस दावे को तुरंत खारिज कर दिया।
ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्हें वाशिंगटन से कोई औपचारिक युद्धविराम प्रस्ताव नहीं मिला। उन्होंने दोहराया कि सैन्य कार्रवाई अस्थायी रूप से रोकी गई है, बशर्ते इजरायल अपने हमले बंद करे।
अब तक इजरायल ने ट्रंप के युद्धविराम दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
12 दिन से चल रहे इस युद्ध की शुरुआत इजरायल द्वारा “ऑपरेशन राइजिंग लायन” शुरू करने से हुई, जिसमें ईरानी सैन्य और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया गया। जवाब में ईरान ने इजरायल पर कई बार बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं।
अनुमान के अनुसार, ईरान में लगभग 400 लोग और इजरायल में लगभग 24 लोग मारे गए हैं।
यह संघर्ष तब और बढ़ गया, जब अमेरिका ने ईरान के प्रमुख परमाणु ठिकानों- फोर्डो, नतांज और एस्फाहान पर सीधे सैन्य हमले किए।