सीरिया में अराजक और अस्थिर हालात, 16 मिलियन से अधिक लोगों को मदद की जरुरत : संयुक्त राष्ट्र

0
6

संयुक्त राष्ट्र, 10 दिसंबर (आईएएनएस) । संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कार्यकर्ताओं ने सीरिया में स्थिति को अराजक और अस्थिर बताया और कहा कि देश में 16 मिलियन से अधिक लोगों को मदद की जरुरत है।

मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने सोमवार को कहा कि 28 नवंबर से 8 दिसंबर तक अकेले पश्चिम और उत्तर-पश्चिम में 10 लाख लोग अपने घरों से विस्थापित हुए हैं।

कार्यालय ने कहा कि हाल ही में विस्थापित हुए लोगों में मुख्य रूप से अलेप्पो, हामा, होम्स और इदलिब प्रांतों से महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। स्थिति बहुत अस्थिर है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार रास्ते ब्लॉक हो गए हैं, जिससे लोगों, सामान और मानवीय सहायता की आवाजाही सीमित हो गई है।

ओसीएचए के अनुसार, नागरिक संपत्तियों और कारखानों के साथ-साथ मानवीय आपूर्ति रखने वाले गोदामों की लूटपाट की कुछ खबरें मिली हैं।

कार्यालय ने कहा, “चुनौतियों और अस्थिर स्थिति के बावजूद, हम और हमारे साझेदारों ने आपातकालीन मदद प्रदान करना जारी रखा है।”

कार्यालय ने कहा कि उत्तर-पश्चिमी सीरिया में, इदलिब और उत्तरी अलेप्पो में सभी मानवीय संगठनों ने नियमित संचालन फिर से शुरू कर दिया है और सीरिया में सहायता पहुंचाने के लिए तुर्की की तरफ से तीन बॉर्डर क्रॉसिंग खुले हैं।

ओसीएचए ने कहा, “उत्तर-पूर्व में, हम हाल ही में अलेप्पो से भागे लोगों के लिए आपूर्ति प्रदान कर रहे हैं। अलेप्पो में, भोजन, स्वास्थ्य और पोषण सेवाओं सहित बुनियादी सहायता प्रदान की जा रही है।”

हालांकि, कार्यालय ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति गंभीर हैं, कर्मचारियों, दवाओं और आपूर्ति की कमी के कारण प्रमुख अस्पताल सीमित क्षमता पर काम कर रहे हैं।

ओसीएचए ने कहा, “हमारे स्वास्थ्य साझेदार प्रभावित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान करना जारी रखे हुए हैं, जिसमें ट्रॉमा केयर किट प्रदान करना भी शामिल है। उन्होंने रक्का, तबका और अल-हसाकेह में रिसेप्शन केंद्रों और स्कूलों में मेडिकल यूनिट्स भी तैनात की हैं।”

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) ने होम्स में मोबाइल टीमें तैनात कीं और स्थायी क्लीनिक स्थापित किए। उत्तर-पश्चिमी सीरिया में, सभी 24 स्वास्थ्य सुविधाओं ने हाल ही में अपनी सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं, हालांकि अन्य अभी भी बंद हैं।

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) फिलिपो ग्रांडी ने एक बयान में कहा, “सीरिया शांति और युद्ध, स्थिरता और अराजकता, पुनर्निर्माण या और अधिक बर्बादी के बीच एक चौराहे पर खड़ा है।”