नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत के उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में अंतर्राष्ट्रीय सामरिक सहभागिता कार्यक्रम (इन-स्टेप) के तीसरे संस्करण के प्रतिनिधियों को संबोधित किया। इस उच्चस्तरीय रणनीतिक संवाद मंच में 24 देशों के 32 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों सहित कुल 44 वरिष्ठ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी शामिल हुए।
कार्यक्रम की थीम ‘वैश्विक दक्षिण की सामरिक एकजुटता’ रही, जिसमें भारत ने विकासशील देशों के बीच रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने का आह्वान किया। उपराष्ट्रपति ने संबोधन में कहा, “इन-स्टेप वैश्विक दक्षिण के देशों को एक मंच प्रदान करता है, जहां वे रणनीतिक रूप से जुड़ें, वैश्विक स्तर पर सोचें और बेहतर कल के लिए एकजुट होकर कार्य करें।”
उन्होंने कहा कि वैश्विक चुनौतियों, जलवायु परिवर्तन, साइबर सुरक्षा, आतंकवाद और आपूर्ति श्रृंखला संकट का मुकाबला अकेले नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, “भारत ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना से आगे बढ़ रहा है, और इन-स्टेप इसी दर्शन का व्यावहारिक रूप है।”
कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (एनएससीएस) और विदेश मंत्रालय के सहयोग से हुआ। इसमें दक्षिण एशिया, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के प्रतिनिधि शामिल थे। श्रीलंका, मॉरीशस, मालदीव, बांग्लादेश, घाना, नाइजीरिया, ब्राजील, इंडोनेशिया और वियतनाम जैसे देशों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
दो दिवसीय सम्मेलन में साइबर युद्ध, समुद्री सुरक्षा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और आतंकवाद निरोधक रणनीतियों पर गहन चर्चा हुई।
उपराष्ट्रपति ने भारत की ‘सागर’ (सुरक्षा और विकास के लिए सभी) और ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति को रेखांकित करते हुए कहा, “हमारा लक्ष्य है कि वैश्विक दक्षिण अपनी आवाज बुलंद करे। इन-स्टेप इसी दिशा में एक मजबूत कदम है।”
उपराष्ट्रपति कार्यालय के आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल से सम्मेलन की तस्वीर पोस्ट की गई। इस दौरान लिखा, “उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में अंतर्राष्ट्रीय सामरिक सहभागिता कार्यक्रम (आईएन-स्टेप) के तीसरे संस्करण के प्रतिनिधियों को संबोधित किया।
आगे लिखा, “आईएन-स्टेप एक पहल है जो भारत और मित्र देशों के वरिष्ठ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों के लिए एक रणनीतिक संवाद मंच के रूप में कार्य करती है। कार्यक्रम के तीसरे संस्करण में 24 देशों के 32 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों सहित 44 प्रतिनिधि शामिल हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि आईएन-स्टेप वैश्विक दक्षिण देशों को रणनीतिक रूप से जुड़ने, वैश्विक रूप से सोचने और बेहतर कल के लिए एकजुट होकर कार्य करने के लिए एक साथ लाता है।”
सम्मेलन में प्रतिनिधियों ने भारत की डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) और आपदा प्रबंधन मॉडल की सराहना की।
बता दें कि इन-स्टेप की शुरुआत 2023 में हुई थी, जब पहले संस्करण में 18 देशों के 28 प्रतिनिधि शामिल हुए।






