नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। राजस्थान के जैसलमेर में मंगलवार को एक निजी बस में आग लगने की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। आर्मी स्टेशन के पास चलती बस में अचानक आग भड़क उठी, जिससे बस आग का गोला बन गई। इस दुखद हादसे में तीन बच्चों समेत 15 यात्री गंभीर रूप से झुलस गए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे पर दुख जताया। राष्ट्रपति मुर्मू ने एक्स पोस्ट में लिखा, “जैसलमेर, राजस्थान में एक बस में आग लगने से कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। मैं शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।”
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से एक पोस्ट में लिखा, “राजस्थान के जैसलमेर में हुए एक हादसे में हुई जान-माल की हानि से व्यथित हूं। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे।”
इससे पहले, प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, “जैसलमेर में बस में लगी आग की घटना अत्यंत हृदयविदारक है। इस दुखद हादसे से प्रभावित नागरिकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। संबंधित अधिकारियों को घायलों के समुचित उपचार एवं प्रभावितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। प्रभु श्रीराम दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दें। राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ है और उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। बस में कितने यात्री सवार थे, इसकी जानकारी अभी जुटाई जा रही है। मौके पर दमकल टीमों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जैसलमेर के कलेक्टर प्रताप सिंह नाथावत और एसपी अभिषेक शिवहरे ने घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों की निगरानी की।
जैसलमेर प्रशासन और पुलिस इस घटना की गहन जांच में जुट गए हैं। घायलों के उपचार और प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए त्वरित कदम उठाए जा रहे हैं।