नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। कैमरून में रविवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। 92 साल की उम्र में दुनिया के सबसे बुजुर्ग राष्ट्राध्यक्ष पॉल बिया इस मध्य अफ्रीकी देश में आठवीं बार सत्ता में आने के प्रबल दावेदार हैं।
11 उम्मीदवारों का एक बिखरा हुआ विपक्ष बिया के खिलाफ खड़ा है, जिन्होंने अपनी बढ़ती उम्र और गिरते स्वास्थ्य के बावजूद, रिटायरमेंट की मांग को खारिज कर दिया है।
श्रम मंत्री और सत्तारूढ़ पार्टी के महासचिव ग्रेगोइरे ओवोना ने सितंबर के अंत में फ्रांसीसी रेडियो आरएफआई को बताया था, “हमारे उम्मीदवार बहुत अच्छी स्थिति में हैं… और उन्होंने जो शुरू किया है उसे जारी रखने में सक्षम हैं।”
कैमरून मीडिया एजेंसी ने हाल ही में ऐसी कई रिपोर्ट्स छापी जिनके अनुसार मतदान के पात्र 78 लाख कैमरूनवासियों में से कई को बिया के अलावा कोई और नेता याद नहीं है, जिन्होंने 1982 से राष्ट्रपति पद पर अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखी है।
यह मतदान राजनीतिक गतिरोध, जीवन-यापन की बढ़ती लागत और सामाजिक अशांति की पृष्ठभूमि में हो रहा है। विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग को सत्तारूढ़ दल के अधीन होने का आरोप लगाया है, और सबसे विश्वसनीय विपक्षी उम्मीदवार, मौरिस काम्टो, की उम्मीदवारी पर अदालतों ने रोक लगा दी है।
अन्य उम्मीदवारों में पूर्व मंत्री इस्सा चिरोमा बाकरी शामिल हैं, जिन्होंने हाल ही में राष्ट्रपति पद छोड़ दिया है और काफी लोकप्रिय रहे हैं। हाल ही में कैंपेनिंग के दौरान उन्होंने कई हजार लोगों को इकट्ठा किया था। वहीं दूसरे बेलो बूबा मैगारी हैं, जो 1982 में बिया के प्रधानमंत्री थे।
सेंट्रल अफ्रीकी देश कैमरून गंभीर सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। यहां की एक तिहाई आबादी प्रतिदिन 2 डॉलर से भी कम पर गुजारा करती है, युवा बेरोजगारी व्याप्त है, और कई युवाओं ने आर्थिक अवसरों और राजनीतिक प्रतिनिधित्व की कमी का हवाला देते हुए चुनावी प्रक्रिया से मोहभंग व्यक्त किया है।