भारत के खिलाफ अमेरिका का टैरिफ, विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार और भाजपा को घेरा

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नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाए जाने की बात को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद नीरज कुशवाहा मौर्य समेत कई और नेताओं ने अपनी प्रतिकिया जाहिर की है।

नीरज कुशवाहा मौर्य ने कहा कि अमेरिका के द्वारा भारत पर लगाया गया टैरिफ दिखाता है कि जिस दोस्ती का भाजपा के लोग और पीएम बखान करते थे, वो कहीं नजर नहीं आ रहा। उल्टा हमारा पुराना दोस्त रूस दबाव में है और हमसे कह रहा है कि हम उनसे तेल न खरीदें। मेरा मानना है कि भाजपा सरकार और उसके नेता भ्रमित हैं। उन्हें इस भ्रम को दूर करना होगा, जनता के सामने हकीकत पेश करनी होगी और ऐसे फैसले लेने होंगे जिनसे भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हो।

आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि उच्च सदन में एकतरफा बयानबाजी की परंपरा नहीं रही है। स्पष्टीकरण हमेशा चर्चा का हिस्सा रहा है। ऐसे बयान का क्या करें, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल जो बताने की कोशिश कर रहे हैं, उससे कहीं ज्यादा जानकारी इसके बारे में मीडिया को है?

मनोज झा ने आगे कहा कि अमेरिका द्वारा भारत पर लगाया गया टैरिफ महत्वपूर्ण विषय है और इस पर सदन में विस्तृत चर्चा होनी चाहिए।

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जो लंबे समय से कह रहे थे, उन्होंने वो कर दिखाया। भारत को लेकर उनकी जो नराजगी थी, वो बीते दिनों से देखने को मिल रही थी। जिस तरह से उन्होंने पाकिस्तानी जनरल आसिम मुनीर को अपने घर पर बुलाया, वो तस्वीरें पूरी दुनिया ने देखा है। ऐसे में आप उनसे क्या उम्मीद कर सकते हैं। अभी तो यह शुरुआत है, आगे-आगे देखिए होता है क्या?

सपा सांसद आनंद भदौरिया ने कहा कि वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल खुद भ्रम में नजर आ रहे थे। उन्होंने कहा कि हम अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ की समीक्षा कर रहे हैं। आम जनता चिंतित है कि मंहगाई इससे कितनी और बढ़ेगी। मेरा मानना है कि भाजपा सरकार को बयानबाजी छोड़कर बड़े और कड़े फैसले लेने चाहिए।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय उत्पादों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, “पिछले 2 दिनों से अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण रहे हैं। टैरिफ लगाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन उससे भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद राष्ट्रपति ट्रंप और पाकिस्तानी सरकार के बीच हुई बातचीत है। उन्होंने कहा है कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ एक समझौता करेगा, जिससे भारत भविष्य में पाकिस्तान से तेल खरीदेगा। यह भारत और अमेरिका के रिश्तों में एक नई गिरावट को उजागर करता है।”