केनिंग्टन ओवल: वो ऐतिहासिक मुकाबला, जब एक ही पारी में बन गए 903 रन

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नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)। भारत-इंग्लैंड के बीच गुरुवार से टेस्ट सीरीज का पांचवां मुकाबला खेला जाना है। यह मैच लंदन के केनिंग्टन ओवल में आयोजित होगा, जहां एक ही टेस्ट पारी में 900 से ज्यादा रन बन चुके हैं। आइए, इस मुकाबले के बारे में विस्तार से जानते हैं।

यह मैच 20-24 अगस्त 1938 को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था। सीरीज के इस पांचवें मुकाबले में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया।

मेजबान टीम 29 के स्कोर पर बिल एडरिच (12) का विकेट गंवा चुकी थी, लेकिन यहां से लियोनार्ड हटन ने मौरिस लेलैंड के साथ दूसरे विकेट के लिए 382 रन जोड़ते हुए टीम को मजबूत स्थिति में ला दिया। मौरिस लेलैंड 187 के स्कोर पर रन आउट हुए। उन्होंने 438 गेंदों का सामना करते हुए 17 चौके जड़े।

411 के स्कोर पर दूसरा विकेट गिरने के बाद लियोनार्ड हटन ने कप्तान वैली हैमंड के साथ तीसरे विकेट के लिए 135 रन जोड़ते हुए टीम को 500 के पार पहुंचा दिया। हैमंड टीम के खाते में 59 रन जोड़कर आउट हुए।

जब इंग्लैंड का पांचवां विकेट गिरा, उस वक्त स्कोर 555 रन था। यहां से लियोनार्ड हटन ने जो हार्डस्टाफ के साथ छठे विकेट के लिए 215 रन जुटाते हुए टीम को 800 के करीब पहुंचा दिया।

लियोनार्ड हटन ने 847 गेंदों का सामना करते हुए 35 चौकों के साथ 364 रन बनाए। हटन इस मैदान पर सर्वोच्च पारी खेलने वाले बल्लेबाज हैं।

सातवें नंबर पर बैटिंग के लिए उतरे जो हार्डस्टाफ ने नाबाद 169 रन बनाए, जबकि आर्थर वुड ने टीम के खाते में 53 रन जोड़े।

इन बल्लेबाजों के दम पर इंग्लैंड ने 903/7 के स्कोर पर अपनी पहली पारी घोषित कर दी। इस दौरान मेजबान टीम ने 335.2 ओवर खेले। मेहमान टीम की तरफ से बिल ओ’रेली ने तीन शिकार किए।

इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी महज 201 रन पर सिमट गई। सलामी बल्लेबाज बिल ब्राउन ने 69 रन बनाए। लिंडसे हैसेट ने 42, जबकि सिड बार्न्स ने 41 रन का योगदान टीम के खाते में दिया। इंग्लैंड की तरफ से बिल बोवेस ने सर्वाधिक पांच शिकार किए।

इंग्लैंड के पास पहली पारी के आधार पर 702 रन की विशाल बढ़त थी। उसने ऑस्ट्रेलिया को फॉलोऑन दिया और यह टीम दूसरी पारी में सिर्फ 123 रन पर सिमट गई।

इस पारी में इंग्लैंड की ओर से केन फार्नेस ने सबसे ज्यादा चार विकेट चटकाए, जबकि बिल बोवेस और हेडली वेरिटी ने दो-दो शिकार किए।

इंग्लैंड ने यह मैच पारी और 579 रन से जीता। यह टेस्ट इतिहास में सबसे बड़ी जीत है।