नई दिल्ली, 2 अगस्त (आईएएनएस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली पर की गई टिप्पणी पर सियासी बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस मुद्दे पर आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि बात किसी एक नेता की हो नहीं रही है। जेटली केवल एक संदेशवाहक थे। संदेश क्या था और इसे किसने भिजवाया, यह सबसे ज्यादा अहम सवाल है। संदेश भिजवाने वाले पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह थे, और संदेश धमकी भरा था। किसान आंदोलन के दौरान तीन से चार ऐसे मौके आए, जब ऐसी घटनाएं हुईं। मेरा मानना है कि राहुल गांधी ने खुलासे इतिहास में दर्ज होने वाले हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा सरकार के जिम्मेदार लोग अपने कारनामों से बच नहीं सकते। इतिहास भी उन्हें इसलिए याद रखेगा कि वे लोगों को धमकियां देने का काम किया करते थे। किसानों से जुड़े हुए तीन कानूनों का हमने विरोध किया और आगे भी किसानों के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
बता दें कि राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर भाजपा की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता अनुराग ठाकुर और रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी के बयान को अपरिपक्व और भ्रामक जानकारी देने वाला बताया है।
वहीं, एक अन्य मामले में कांग्रेस नेता अलका लांबा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। यह मामला जनता दल सेक्युलर के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़ा है। उन्हें बेंगलुरु की एक विशेष अदालत ने अपनी घरेलू सहायिका के साथ रेप के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। अदालत के इस फैसले का स्वागत करते हुए कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि वह एक रेपिस्ट था। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने भरोसा दिलाया था कि हम न्याय दिलाने का काम करेंगे और 14 महीने में आज पीड़िता को न्याय मिला है। प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ अभी तमाम मामले चल रहे हैं। ऐसे शख्स को बचाने का काम किया गया लेकिन अदालत ने न्याय देने का काम किया है।