नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। इंडिगो ने बुधवार को दिल्ली और लंदन (हीथ्रो) के बीच अपनी नई डायरेक्ट फ्लाइट्स की घोषणा की है, जो 2 फरवरी 2026 से शुरू होंगी। एयरलाइन इस रूट पर हफ्ते में पांच बार अपने बोइंग 787 एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल करेगी, जिसे नॉर्स अटलांटिक एयरवेज से लीज पर लिया गया है, जिसमें इंडिगोस्ट्रेच और इकोनॉमी क्लास के साथ डुअल-क्लास कॉन्फ़िगरेशन मिलेगा।
इंडिगो इस रूट पर हफ्ते में पांच दिन सोमवार, मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार उड़ान भरेगी। अगर उड़ान के समय की बात करें, तो दिल्ली से लंदन जाने वाली फ्लाइट सुबह 9:40 बजे उड़ान भरेगी और दोपहर 2:55 बजे लंदन पहुंचेगी। वहीं, लंदन से दिल्ली की वापसी उड़ान शाम 5:15 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 8:15 बजे दिल्ली पहुंचेगी। ध्यान दें कि ये सभी समय स्थानीय टाइम जोन के अनुसार हैं और नियामक मंजूरी के अधीन हैं।
दिल्ली-लंदन रूट के जुड़ने के साथ ही इंडिगो अब लंदन के लिए कुल 12 साप्ताहिक उड़ानें संचालित करेगी। पहले से ही एयरलाइन मुंबई से लंदन हीथ्रो के लिए रोजाना सीधी उड़ानें चला रही है। ऐसे में अब उत्तर और पश्चिम भारत दोनों बड़े हब से यात्रियों को लंदन पहुंचने का सीधा और आसान विकल्प मिल पाएगा।
यह नई उड़ान इंडिगो की दिल्ली से अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी को और मजबूत करती है। हाल ही में एयरलाइन ने दिल्ली से बाली (देनपसार), क्राबी, हनोई, ग्वांगझोउ और मैनचेस्टर के लिए उड़ानें शुरू की हैं। इतना ही नहीं, जनवरी 2026 से एथेंस के लिए भी सीधी उड़ान शुरू करने की घोषणा पहले ही हो चुकी है। पिछले 12 महीनों में इंडिगो ने भारत के विभिन्न शहरों से 10 नए अंतरराष्ट्रीय गंतव्य और 30 से अधिक नए अंतरराष्ट्रीय रूट्स जोड़े हैं।
इंडिगो के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर पीटर एल्बर्स ने इस मौके पर कहा, ”हमें दिल्ली और लंदन के बीच डायरेक्ट फ्लाइट्स शुरू करते हुए खुशी हो रही है, जो भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच यात्रा के ज़्यादा विकल्प प्रदान करती हैं। यह मुंबई से लंदन के लिए हमारी हाल ही में शुरू की गई डायरेक्ट फ्लाइट्स और दिल्ली और मुंबई से मैनचेस्टर के लिए सेवा के बाद है। इस नई सेवा से दोनों शहरों के बीच व्यापार, पर्यटन और परिवार और दोस्तों से मिलने के लिए यात्रा की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद मिलने की उम्मीद है। इंडिगो इंटरनेशनल यात्रा को आसान और ज्यादा सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, साथ ही भारत और प्रमुख वैश्विक डेस्टिनेशन के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत कर रही है।”

