मध्य प्रदेश के बाजारों में धनतेरस पर दिखा स्वदेशी का जोर

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भोपाल, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के बाजारों में रौनक छाई है, खरीदारी का दौर जारी है, और वहीं स्वदेशी पर सबका जोर है। दीपक से लेकर खादी की मांग पिछले सालों की तुलना में कहीं ज्यादा है, तो जीएसटी कम होने से वाहन से लेकर घरेलू उपयोग की वस्तुएं खरीदने का सिलसिला बना हुआ है।

राजधानी भोपाल से लेकर छोटे शहरों तक में इस बार पिछले सालों की तुलना में दीपावली के अवसर पर खरीदारी में तेजी देखी जा रही है। सोने-चांदी के जेवरात से लेकर वाहन आदि की मांग कहीं ज्यादा है।

एक खरीदार संतोष कुमार का कहना है कि इस बार उन्होंने अपनी स्कूल में पढ़ने वाली बेटी के लिए दुपहिया वाहन खरीदा है। इसकी वजह जरूरत तो है ही, साथ में जीएसटी कम होने से दामों में भी कमी आई है। वाहन की कीमत हमारी पहुंच में थी, इसलिए यह वाहन खरीद लिया। इस तरह इस दीपावली से पहले धनतेरस पर घर में वाहन के तौर पर नया मेहमान आया है।

इसी तरह देखें तो खादी की दुकानों और स्वदेशी उत्पाद विक्रय केंद्रों पर भी भीड़ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आमजन से स्वदेशी को अपनाने पर जोर दिया और उसका असर स्वदेशी उत्पाद की बिक्री पर भी नजर आ रहा है। खादी की दुकानों पर पिछले सालों से कहीं ज्यादा भीड़ दिख रही है।

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने मुख्यमंत्री उद्यम योजनान्तर्गत रीवा में आयोजित कार्यक्रम में प्रजापति समाज के 110 परिवारों को विद्युत चलित शैला चाक का वितरण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि स्वदेशी वस्तुओं के निर्माण व उपयोग से ही आत्मनिर्भर भारत का संकल्प पूरा हो सकेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत व स्वदेशी उत्पादों के उपयोग में देश आगे बढ़ रहा है। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि प्रजापति समाज के परिवार विद्युत शैला चाक से अपनी परंपरागत कला एवं उत्पादों का निर्माण कर स्वरोजगार स्थापित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आह्वाहन पर स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करने की दिशा में देश आगे बढ़ रहा है। प्रजापति परिवार भी विद्युत चलित शैला चाक द्वारा उत्पादों का निर्माण कर अपनी परंपरागत पहचान को बनाए रखने में सक्षम होंगे।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने रीवा शहर के निपनिया मोहल्ले में निवास करने वाले प्रजापति समाज के लोगों को भी चाक वितरण कराने के निर्देश दिए। उप मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्वयं चाक भी चलाया तथा माटी का दीपक बनाया।