मध्य प्रदेश के नगरीय निकायों में रोपे गए 36 लाख पौधे, 2026 की कार्य योजना बनाने के निर्देश

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भोपाल, 15 नवंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में नगरीय निकायों में पौधरोपण को प्रोत्साहित किया जा रहा है। अब तक इस साल 36 लाख पौधे रोपे जा चुके हैं। दिसंबर तक पौधे रोपे जाने के लिए अन्य लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने प्रदेश के सभी नगरीय निकायों को वर्ष 2026 में किए जाने वाले व्यापक पौधरोपण अभियान की तैयारी और इससे जुड़ी कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए हैं।

इस संबंध में आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास ने निकायों से कार्य योजना दिसंबर 2025 तक पूर्ण करने के लिए भी कहा है। प्रदेश में वर्ष 2025 में प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में नगरीय निकायों द्वारा करीब 36 लाख पौधों का रोपण किया गया है। निकायों को लगाए गए पौधों की सुरक्षा में सजगता बरतने को भी कहा गया है। नगरीय प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि नगरीय निकाय अपने क्षेत्रों में हितधारकों की बैठक और कार्यशाला आयोजित कर वर्ष 2026 के पौधरोपण लक्ष्यों का पहले आकलन करें और उसके अनुसार रणनीति बनाएं।

निकायों को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि कुल लक्ष्य में से शेष पौधरोपण का कार्य निकायों द्वारा अपने संसाधनों से करना होगा। निकाय सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, ओवरहेड टैंक के आसपास की भूमि, सड़कों के दोनों ओर, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल एवं शासकीय परिसरों की बाउंड्री युक्त भूमि, नदियों, नालों, तालाबों, डैम एवं नहरों के किनारों के साथ मुक्तिधाम और खेल मैदानों के आसपास का क्षेत्र चिन्हित करने के लिए कहा गया है। शहरी क्षेत्र में पौधों की उपलब्धता के लिए उद्यानिकी एवं वन विभाग की नजदीकी नर्सरियों से अभी से संपर्क किया जाए।

पौधों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और पौधों के क्रय के लिए बजट के इंतजाम का प्रस्ताव जल्द तैयार किया जाए। नगरीय क्षेत्र में अधिकतम हरियाली बढ़ाने के लिए जामुन, अर्जुन, देशी बबूल, बड़े वृक्षों जैसे पीपल, बरगद, आम, महुआ, इमली आदि प्रजातियों के पौधे को प्राथमिकता दी जाए। बीज छिड़काव केलिए उत्तम व्यवस्था की जाए। संचालनालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि वर्ष 2026 के पौधरोपण कार्य की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नवंबर माह से ही साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी।

निर्देश में यह भी कहा गया है कि शहरी क्षेत्र के कुछ भवनों में बाउंड्री वॉल नहीं होती है, वहां मेहंदी की बाउंड्री वॉल सुरक्षा के हिसाब से लगाने के प्रस्ताव भी तैयार किए जाएं। इससे परिसर में सुरक्षा के साथ हरियाली का भी विस्तार होगा। नगरीय निकायों से कहा गया है कि शहरी क्षेत्रों में वर्ष 2026 के पौधरोपण के साथ जल संरक्षण से संबंधित प्रस्ताव भी तैयार किए जाएं। इन दोनों उपायों से शहरी क्षेत्रों में जल संरक्षण के साथ पर्यावरण सुधार में बेहतर कार्य हो सकेगा।