इंदौर, 1 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महाआर्यमन सिंधिया को मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) का अध्यक्ष चुना जाना तय है। वह 1957 में एमपीसीए की स्थापना के बाद से सबसे युवा अध्यक्ष होंगे।
हालांकि, चुनाव और उसके बाद परिणाम की घोषणा मंगलवार को संघ की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के दौरान होगी, लेकिन निवर्तमान अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर ने सोमवार को आईएएनएस से पुष्टि की है कि नए पदाधिकारियों का चुनाव निर्विरोध होगा।
महाआर्यमन के अलावा, विनीत सेठिया एमपीसीए के नए उपाध्यक्ष होंगे। पूर्व अंतरराष्ट्रीय अंपायर सुधीर असनानी नए सचिव का पदभार संभालेंगे। इनके अलावा, पूर्व भारतीय महिला क्रिकेटर अरुंधति किरकिरे नई संयुक्त सचिव होंगी, जबकि संजीव दुआ कोषाध्यक्ष का पद संभालेंगे।
आईएएनएस को सूत्रों से पता चला है कि पदाधिकारियों के पदों के लिए दो नामांकन रविवार को वापस ले लिए गए। इसका अर्थ है कि चुनाव में जितने पद थे, उतने ही वैध नामांकन प्राप्त हुए।
एमपीसीए के एक सूत्र ने कहा, “परिणामस्वरूप, मंगलवार को चुनाव अधिकारी की तरफ से नए पदाधिकारियों की घोषणा सिर्फ एक औपचारिकता है।”
शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाले 29 वर्षीय महाआर्यमन ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट संघ (जीडीसीए) के उपाध्यक्ष भी हैं। महाआर्यमन, एमपीसीए की कमान संभालने वाली सिंधिया परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं। उनके दादा, स्वर्गीय माधवराव सिंधिया और पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया, दोनों ही एमपीसीए अध्यक्ष रह चुके हैं।
महाआर्यमन को साल 2022 में एमपीसीए का आजीवन सदस्य बनाया गया था। इसके अलावा, वह मध्य प्रदेश टी20 लीग (एमपीएल) के अध्यक्ष भी हैं, जिसका पहला संस्करण 2024 में ग्वालियर में आयोजित हुआ था।
सिंधिया के नेतृत्व वाली एमपीसीए का पहला बड़ा दायित्व विमेंस वनडे वर्ल्ड कप 2025 के मैचों की मेजबानी के लिए होल्कर स्टेडियम में सभी जरूरी तैयारियों को अंतिम रूप देना होगा।
यह स्टेडियम पांच लीग चरण के मुकाबलों की मेजबानी करेगा, जिनमें से तीन मैच मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के होंगे। इसके अलावा, 19 अक्टूबर को मेजबान भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाला मुकाबला भी यहीं खेला जाना है।