महागठबंधन की घोषणाएं हार की स्वीकारोक्ति, एनडीए सरकार तय : शिवराज सिंह चौहान

0
4

पटना, 4 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार में पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार थम गया है। ऐसे में महागठबंधन की तरफ से कई तरह के लोकलुभावन वादे किए जा रहे हैं। इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने महागठबंधन पर तीखा हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि एनडीए की जीत को देखकर तेजस्‍वी यादव जल्दबाजी में नए वादे कर रहे हैं। यह उनकी हार की स्वीकारोक्ति है।

केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि पटना का रोड शो न केवल भाजपा ने देखा बल्कि महागठबंधन के नेताओं ने भी देख लिया है। इसी वजह से महागठबंधन ने जल्दबाजी में नई घोषणाएं शुरू कर दी हैं।

शिवराज सिंह चौहान ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि महागठबंधन के नेता अब महिलाओं के खाते में पैसे डालने जैसी घोषणाएं कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें एहसास हो गया है कि वे विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार रहे हैं। ये घोषणाएं उनकी हार की स्वीकारोक्ति हैं। बिहार का माहौल एनडीए और मोदीमय है।

उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा फसलों की एमएसपी पर अतिरिक्त बोनस देने की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव बताएं कि 15 साल में उन्होंने कितना बोनस दिया और कितनी खरीद की? अब चुनाव प्रचार के अंतिम दिन इस तरह की घोषणाएं केवल घबराहट और बौखलाहट का परिणाम हैं। जनता जानती है कि उनके वादों पर भरोसा नहीं किया जा सकता। लोग तो उनके 20 दिन में नौकरी देने के वादे पर भी मजाक उठा रहे हैं—‘हमरे बबुआ बेईमान, हमें पटियाने आए हैं।’”

शिवराज ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी चुनाव प्रचार के बजाय मछलियां पकड़ रहे हैं। वह ऐसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं कि लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या ऐसे व्यक्ति को नेता प्रतिपक्ष होना चाहिए? नेता प्रतिपक्ष देश का मान होता है, लेकिन वह विदेश जाकर देश की बुराई करते हैं।

उन्‍होंने देश के कई राज्यों में शुद्ध मतदाता सूची (एसआईआर) के मुद्दे पर चुनाव आयोग का आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि शुद्ध मतदाता सूची न केवल निष्पक्ष चुनाव की गारंटी देती है, बल्कि यह देश की सुरक्षा के लिए भी जरूरी है। हमारा देश धर्मशाला नहीं है कि कोई भी आकर बस जाए। हर व्यक्ति को यह प्रमाणित करना होगा कि वह भारत का नागरिक है। अगर कोई घुसपैठिया है तो उसे देश से बाहर निकाला जाएगा।