मुंबई, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। मुंबई के मलाड इलाके में एक रेसिडेंशियल कॉम्प्लेक्स के अंदर दर्दनाक हादसा हो गया, जहां एक 7 साल के मासूम बच्चे के पैर पर कार चढ़ गई। बच्चे की मां ने जानबूझकर पैर कुचलने का आरोप लगाया।
पूरी घटना 19 अक्टूबर की शाम करीब 5.30 बजे इंटरफेस हाइट्स सोसाइटी के परिसर में घटी, जो इमारत के सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई। बच्चे को गंभीर चोटें आई हैं और वह नजदीकी अस्पताल में भर्ती है।
पुलिस ने कार चालक महिला के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 281 (लापरवाही से वाहन चलाना) और 125(बी) (कारण बनाकर चोट पहुंचाना) के साथ-साथ मोटर वाहन अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है।
आरोपी महिला को नोटिस जारी कर दिया गया है और वाहन जब्त कर लिया गया है।
घायल बच्चा अन्वय मजूमदार सोसाइटी के अंदर अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। इसी बीच सोसाइटी के सेक्रेटरी की पत्नी स्वेता शेट्टी राठोड़ द्वारा चलाई जा रही कार ने उसके पैर को कुचल दिया। बच्चा जमीन पर बैठा हुआ था और आसपास कई बच्चे खेल रहे थे, फिर भी चालक ने गति कम किए बिना वाहन आगे बढ़ा लिया। हादसे के तुरंत बाद अन्वय बुरी तरह चीखा और खून से लथपथ हो गया।
सोसाइटी के अन्य निवासियों ने बच्चे को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसके पैर में गंभीर फ्रैक्चर की पुष्टि की। बच्चे की हालत अभी स्थिर बताई जा रही है, लेकिन पूर्ण रूप से ठीक होने में समय लगेगा।
बच्चे की मां महुआ मजूमदार ने घटना के अगले दिन 20 अक्टूबर को बांगुर नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनके छोटे बेटे ने इंटरकॉम के जरिए सूचना दी कि अन्वय का पैर कुचल गया है। महुआ ने दावा किया कि बच्चे के पैर पर जानबूझकर कार चढ़ाई गई।
शिकायत में कहा गया है कि स्वेता को पता था कि बच्चे खेल रहे हैं, फिर भी उन्होंने तेज गति से कार चलाई। उन्होंने कहा, “वह जानती थीं कि मेरा बेटा जमीन पर बैठा है, लेकिन परवाह न करते हुए कुचल दिया। हादसे के बाद उन्होंने बच्चे के स्वास्थ्य की पूछताछ के लिए एक भी कॉल नहीं की।”
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की है, जिसमें लापरवाही स्पष्ट दिख रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए बांगुर नगर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है और चालान की प्रक्रिया चल रही है।













