नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)। मालेगांव विस्फोट मामले में सभी सात आरोपियों को बरी किए जाने पर भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यह वही घटना थी, जब कांग्रेस ने पहली बार ‘हिंदू आतंकवाद’ का राग अलापा था।
उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और मल्लिकार्जुन खड़गे को हिंदुओं और राष्ट्र का अपमान करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। साध्वी प्रज्ञा समेत सभी आरोपी निर्दोष साबित हो चुके हैं, तो क्या कांग्रेस नेता इस घोर अन्याय के लिए माफी मांगेगी?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25% टैरिफ लगाने पर भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। सिर्फ, 11 सालों में हम 11वें से चौथे स्थान पर आ गए हैं और अब तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर हैं। मुझे नहीं लगता कि ट्रंप के बारे में ज्यादा कुछ कहने की जरूरत है। दुनिया जानती है कि वे अक्सर एक बात कहते हैं और फिर उसे वापस ले लेते हैं, दो कदम आगे बढ़ते हैं और छह कदम पीछे हट जाते हैं। ट्रंप भारत पर जो भी प्रतिबंध या टैरिफ लगाएंगे, उसका हम पर कोई असर नहीं होगा।
वहीं, मालेगांव विस्फोट मामले में भाजपा नेता प्रिया सेठी ने कहा कि जिस तरह से साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ आरोप लगाए गए और कोर्ट ने उन्हें क्लीन चिट दे दी, वह हमारी न्यायिक प्रणाली की परिपक्वता और सच्चाई को दर्शाता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने भी मालेगांव मामले पर आए फैसले को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि निजी स्वार्थ और राजनीतिक हितों के कारण मालेगांव विस्फोट मामले को उलझाया गया था।
उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि मालेगांव विस्फोट में एनआईए अदालत के फैसले के बाद सच्चाई सामने आई है। कुछ लोगों ने निजी स्वार्थ और राजनीतिक हितों के कारण मालेगांव विस्फोट मामले को उलझाया था, हिंदू धर्म और समाज को आतंकवाद से जोड़ने का प्रयास किया गया था। एक लंबी प्रक्रिया और तथ्यों के बाद कोर्ट के फैसले ने इन सारे आरोपों को निराधार बताया है।