नई दिल्ली, 2 सितंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ‘भाजपा-आरएसएस और सीएम नीतीश कुमार को कूड़े में फेंक देंगे’ वाले बयान पर राजनीति तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मल्लिकार्जुन खड़गे की भाषा पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि खड़गे को ऐसे शब्द शोभा नहीं देते हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “खड़गे साहब को शर्म आनी चाहिए। वह (खड़गे) एक बुजुर्ग हैं और उन्हें मालूम होना चाहिए कि नीतीश कुमार की एक राजनीतिक विरासत है। वह (नीतीश कुमार) 20 साल तक केंद्र में मंत्री और मुख्यमंत्री रहे हैं। ऐसे शब्द उनको शोभा नहीं देते। उनको ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “उनको (खड़गे) राहुल गांधी की चिंता करनी चाहिए, जिन्हें जनता ने 11 साल से गटर में फेंक रखा है और आगे किसी को पता भी नहीं है कि वह किस कूड़ेदान में हों।”
गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी के ‘हाइड्रोजन बम’ वाले बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा, “पिछले 11 साल से वह हर बार बोलते हैं कि मैं एक बम लेकर आ रहा हूं, लेकिन उनका बम तो डिफ्यूज निकला। राहुल गांधी ‘झूठ का बम’ जरूर लाते हैं। मैंने सिर्फ एटम बम का नाम सुना है और हाइड्रोजन बम का नाम कभी नहीं सुना है। उन्होंने ‘झूठ का हाइड्रोजन बम’ कहां से बनाया है, ये बात तो वहीं बता सकते हैं। मुझे लगता है कि वह बिहार एसआईआर को लेकर माफी ही मांगेंगे।”
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भारतीय उद्योग जगत की मदद पर कहा, “कोरोना काल में जब आपदा आई थी तो उस समय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के साथ केंद्र सरकार खड़ी रही। हमने सभी एक्सपोटर के साथ मीटिंग की और उन्होंने जो मांगे रखी हैं, उसे लेकर जितनी मदद हो सकती है, हम कर रहे हैं। कॉटन से 11 प्रतिशत इंपोर्ट को हटाने का काम किया। इसके अलावा, कई अन्य कदम भी उठाए गए हैं। पीएम मोदी ने लाल किले से कहा था कि हम जीएसटी का सरलीकरण करेंगे। हम शुरुआत से ही प्रो-इंडस्ट्रीज के लिए काम कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “कुछ राज्य ऐसे हैं जो टैक्स का माल खाते हैं, लेकिन मदद नहीं करते हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन कह रहे हैं कि मैं त्रिपुरा और टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज के साथ खड़ा हूं और जो भी मदद होगी, उसे करूंगा। साथ ही वह यह भी कहते हैं कि पीएम मोदी का कमिटमेंट है, लेकिन मुझे लगता है कि स्टालिन को भी अपनी ओर से मदद की घोषणा करनी चाहिए।”