नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 125वें संस्करण को संबोधित किया। इस विशेष अवसर पर उन्होंने देशवासियों से संवाद करते हुए आत्मनिर्भर भारत, विकसित भारत और ‘वोकल फॉर लोकल’ जैसे मंत्रों को दोहराया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने समाज में प्रेरणा देने वाले उन लोगों का भी उल्लेख किया, जिन्होंने व्यक्तिगत प्रयासों से देशहित में मिसाल पेश की है। इनमें एक नाम है सूरत के रहने वाले जितेंद्र सिंह राठौड़ का। पेशे से सुरक्षा गार्ड जितेंद्र सिंह ने ऐसा कार्य किया है, जो हर देशभक्त के लिए गर्व और प्रेरणा का विषय है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि जितेंद्र सिंह पिछले कई वर्षों से उन वीर जवानों की जानकारी जुटा रहे हैं, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। प्रथम विश्व युद्ध से लेकर अब तक हजारों शहीद जवानों की तस्वीरें और उनका विवरण इकट्ठा कर वे एक अमूल्य धरोहर संजो रहे हैं। शहीदों के प्रति उनका यह समर्पण देशभक्ति की एक अद्वितीय मिसाल है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस प्रेरक कार्य की शुरुआत तब हुई जब एक शहीद के पिता के शब्द जितेंद्र सिंह ने सुने। तब एक शहीद के पिता ने कहा था, “बेटा गया तो क्या हुआ, वतन सलामत है ना।” इन शब्दों ने जितेंद्र सिंह के हृदय को झकझोर दिया और तभी से उनके भीतर देशभक्ति का ऐसा ज्वार उमड़ा कि उन्होंने इसे जीवन का ध्येय बना लिया।
पीएम मोदी ने बताया कि यहीं से जितेंद्र सिंह के मन में देशभक्ति का जुनून भर गया। आज जितेंद्र सिंह न केवल शहीद परिवारों के संपर्क में रहते हैं, बल्कि उन्होंने लगभग ढाई हजार माता-पिता के चरणों की मिट्टी अपने पास संजोकर रखी है। यह उनके सशस्त्र बलों और शहीद परिवारों के प्रति गहरे जुड़ाव का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जितेंद्र सिंह का जीवन हर भारतीय के लिए प्रेरणा है और प्रत्येक देशवासी को देशभक्ति की सीख देता है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है, “सूरत के एक सुरक्षा गार्ड जितेंद्र सिंह राठौर ने अपना जीवन भारत के शहीदों को समर्पित कर दिया है, ताकि उनकी यादें हमेशा जिंदा रहें।”