पटना, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दलों के बीच आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। जेडीयू नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सीट बंटवारे से संतुष्ट हैं।
बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने स्पष्ट किया कि गठबंधन के सभी सहयोगी दल-भाजपा, जेडीयू, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), जीतनराम मांझी की हम पार्टी और उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा सीट बंटवारे से संतुष्ट हैं।
उन्होंने कहा, “जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के नाराज होने की कोई जानकारी हमें नहीं है। मीडिया और अन्य स्रोतों से हमें पता चला है कि वे संतुष्ट हैं। इन नेताओं के साथ सलाह-मशविरा के बाद ही सीटों की संख्या तय की गई है।”
विजय कुमार चौधरी ने यह भी कहा कि जल्द ही यह घोषणा कर दी जाएगी कि कौन सी पार्टी किस सीट से चुनाव लड़ेगी। एनडीए एकजुट है और बड़ी जीत हासिल करेगी।
इस बीच, आईआरसीटीसी घोटाले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता लालू प्रसाद यादव पर लगे आरोपों को लेकर विजय चौधरी ने कहा कि यह एक कानूनी मामला है और इसका फैसला अदालत करेगी।
वहीं, भाजपा नेता ऋतुराज सिन्हा ने भी एनडीए के भीतर एकजुटता का दावा किया। उन्होंने कहा, “सीटों की संख्या और उम्मीदवारों के चयन पर एनडीए के सभी घटक दलों के बीच सौहार्दपूर्ण माहौल में चर्चा हुई है। जल्द ही उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी।”
उन्होंने आगे कहा कि गठबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें सभी लोगों की भागीदारी है।
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “दूसरी तरफ वे लोग हैं, जिनकी नीयत संदिग्ध है और जो कानूनी मामलों का सामना कर रहे हैं। उनका उद्देश्य बिहार को जाति-आधारित अंधकार में धकेलना है।”
दूसरी ओर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने एनडीए के सीट बंटवारे को लेकर गठबंधन के भीतर अंतर्कलह की ओर इशारा किया।
उन्होंने दावा किया, “एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं है। सीट बंटवारे को भले ही अंतिम रूप दे दिया गया हो, लेकिन अब भी बहुत सारी राजनीतिक पैंतरेबाजी बाकी है। जदयू का अस्तित्व खतरे में है और भारतीय जनता पार्टी उसे खत्म करने की रणनीति पर काम कर रही है।”