नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत में नॉर्वे की राजदूत मे-एलिन स्टेनर ने शुक्रवार को नॉर्वे-भारत साझेदारी पहल (एनआईपीआई) की वार्षिक बैठक में भाग लिया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि लगभग दो दशकों से चली आ रही यह साझेदारी सहयोगात्मक नवाचार का प्रमाण है, जिसने स्वास्थ्य क्षेत्र में ठोस लाभ प्रदान किए हैं। स्वास्थ्य साझेदारी को मजबूत करना!
नॉर्वे-भारत साझेदारी पहल (एनआईपीआई) की वार्षिक बैठक की अध्यक्षता कर रहीं केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे एनआईपीआई सहयोगात्मक प्रयासों की शक्ति को दर्शाता है। उन्होंने समग्र सरकारी दृष्टिकोण के माध्यम से नवाचार को आगे बढ़ाने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
बैठक में एनआईपीआई प्रगति रिपोर्ट 2025 की समीक्षा की गई और 2025-26 के लिए कार्य योजनाओं को मंजूरी दी गई, जिसमें स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग, नवाचार और साझा सर्वोत्तम प्रथाओं पर भारत के निरंतर ध्यान को रेखांकित किया गया।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने नॉर्वे-भारत साझेदारी पहल की वार्षिक बैठक की अध्यक्षता की।
उन्होंने कहा कि एनआईपीआई दर्शाता है कि प्रयासों के अभिसरण से कैसे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। भारत सरकार भी वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए समग्र सरकारी दृष्टिकोण के माध्यम से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ अभिसरण में शामिल है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने इस पहल के तहत सर्वोत्तम प्रथाओं को अन्य क्षेत्रों में भी लागू करने के लिए साझा करने की भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। मे-एलिन स्टेनर ने कहा कि इस साझेदारी के माध्यम से नवीन और उत्प्रेरक हस्तक्षेप हुए हैं जिनसे महत्वपूर्ण परिणाम प्राप्त करने में मदद मिली है।
31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधिकारियों के साथ भारत की एकता, अखंडता और सुरक्षा की शपथ ली। अधिकारियों ने राष्ट्र की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में अपना योगदान देने का भी संकल्प लिया।

 












