भोपाल
मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना में स्नातक/व्यवसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेशित एक हजार 477 बालिकाओं को एक करोड़ 85 लाख रूपये की स्कालरशिप का वितरण किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा एक अप्रैल 2007 में शुरू की गई। इस अभिनव योजना का उद्देश्य बालिका के जन्म के प्रति समाज में सकरात्मक सोच बनाना, बाल विवाह में कमी एवं लिंग अनुपात मे सुधार लाना, बालिकाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य-पोषण स्तर में सुधार एवं शत-प्रतिशत शाला प्रवेश और ड्रापआउट में कमी लाना, अब इस योजना के दायरे को बढ़ाते हुए बालिकाओं की उच्च शिक्षा की जिम्मेदारी भी राज्य शासन ने ले ली है। बेटियों को उच्च शिक्षा के लिये 2 किश्त में 25 हजार रूपये दिये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना में अब तक 44 लाख 82 बालिकाएँ पंजीकृत हो चुकी हैं। लगभग 13 लाख 30 हजार बालिकाओं को छात्रवृत्ति के रूप में 366 करोड़ 21 लाख रूपये वितरित किए गए हैं।
लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली ग्राम पंचायत
मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना में अब ग्राम पंचायतों को लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली घोषित कर एक नया आयाम जोड़ा गया है। लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली ग्राम पंचायत के लिये कई मानक तय किए गए हैं, जिसमें वर्ष में एक भी बाल विवाह नहीं होना पाया गया हो, लाड़ली बालिकाओं का शाला में शत-प्रतिशत प्रवेश हो, उनका पूर्ण टीकाकरण हुआ हो, कोई भी लाड़ली कुपोषित न हो, ग्राम पंचायत क्षेत्र में अपराध घटित न होना, शामिल है। यही नहीं इस योजना ने जिन लाड़ली लक्ष्मियों की जिंदगी बदली है अब वह समाज में बड़े बदलाव की अगुआ बनेंगी। इसके लिये लाड़ली लक्ष्मी क्लब की संकल्पना को आकार दिया गया है। इन क्लबों मे शामिल बालिकाएँ अब बाल विवाह, हिंसा जैसे दुर्व्यवहारों के खिलाफ आवाज उठाएंगी।