लखनऊ, 2 अगस्त (आईएएनएस)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर प्रदेश में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समाज के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा शिक्षा को हाशिए पर रखकर सामाजिक-राजनीतिक रूप से पीडीए वर्ग को कमजोर करना चाहती है।
अखिलेश यादव ने शनिवार को लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा सरकार स्कूलों को बंद कर न केवल शिक्षा से पीडीए समाज को वंचित करना चाहती है, बल्कि बूथ व्यवस्था को प्रभावित करके उन्हें मतदान से भी रोकना चाहती है। उन्होंने कहा कि यह एक सामाजिक, मानसिक और राजनीतिक साजिश है, जिसे समाजवादी पार्टी सफल नहीं होने देगी। पार्टी का ‘पीडीए पाठशाला’ अभियान जारी रहेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा की डबल इंजन सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उसके एजेंडे में शिक्षा, नौकरी और रोजगार जैसी मूलभूत चीजें शामिल नहीं हैं। प्रदेश में छात्र और शिक्षक सड़कों पर आंदोलन करने को मजबूर हैं। परीक्षार्थी धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार की प्राथमिकताओं में ये नहीं हैं। उन्होंने विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में देरी और भर्तियों में अनियमितताओं को लेकर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार में युवाओं का शोषण चरम पर है और बेरोजगारी इतनी बढ़ गई है कि नौजवान डिलीवरी बॉय बनने को मजबूर हैं।
शिक्षा विभाग में शिक्षकों के हजारों पद खाली हैं और सरकार स्कूलों को बंद कर पदों को समाप्त करने की दिशा में बढ़ रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आउटसोर्सिंग के माध्यम से सरकारी नौकरियों में आरक्षण को खत्म करने की साजिश रची जा रही है।
उन्होंने कहा, “युवाओं के साथ धोखा हुआ है। हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा जुमला साबित हुआ। सचमुच इस सरकार ने युवाओं का भविष्य बर्बाद किया है।”
इन्वेस्टर्स समिट और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि लाखों नौकरियों के दावों के बावजूद प्रदेश के किसी जिले में कोई नया कारखाना या कंपनी जमीन पर दिखाई नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि जब तक यह सरकार सत्ता में है, तब तक रोजगार की उम्मीद करना व्यर्थ है।
–आईएएनएस
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