प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पीएम किसान योजना विश्व की सबसे बड़ी डीबीटी योजना बनी : सीएम भूपेंद्र पटेल

0
5

गांधीनगर, 2 अगस्त (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के काशी से पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त जारी की, जिसमें गुजरात के 52.16 लाख से अधिक किसान परिवारों को 1,118 करोड़ रुपए से अधिक का सहायता प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) से सीधे उनके बैंक खातों में भुगतान किया गया।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की प्रेरक उपस्थिति में गांधीनगर में इस संदर्भ में राज्य स्तरीय ‘पीएम किसान उत्सव दिवस’ समारोह आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री तथा राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों सहित राज्यभर के 3 लाख से अधिक किसानों ने विभिन्न स्थानों से प्रधानमंत्री के संबोधन का सीधा प्रसारण देखा।

इस अवसर पर सीएम भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश और दुनिया को बताया है कि जन सेवा की भावना तथा सच्ची नीयत से किसान हित एवं जन हित के कार्य कितनी तेजी से होते हैं। प्रधानमंत्री ने गरीब, अन्नदाता, युवा एवं नारी शक्ति (ग्यान) तथा नारी शक्ति को विकसित भारत का आधार स्तंभ बताकर अनेक कल्याणकारी योजनाएं बनाई हैं।

पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों को प्राथमिकता देकर उनके सहायक बनने के शुभ आशय के साथ पीएम किसान सम्मान निधि योजना लागू की थी, जो आज विश्व की सबसे बड़ी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) योजना बनी है।

उन्होंने कहा कि इस योजना की न्यायी एवं पारदर्शी पद्धति के परिणामस्वरूप देश के छोटे व सीमांत किसानों तक इस योजना का 100 प्रतिशत लाभ पहुंच रहा है। इसी कारण आज किसानों का सरकार के प्रति विश्वास अधिक दृढ़ बना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत देश के करोड़ों किसान परिवारों के बैंक खातों में 19 किस्तों में कुल 3.69 लाख करोड़ रुपए जमा हुए थे। आज प्रधानमंत्री के करकमलों से 20वीं किस्त के रूप में देश के 9.70 करोड़ से अधिक किसानों को 20,500 करोड़ रुपए से अधिक की सहायता का वितरण किया गया है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले एक दशक में किसानों के लिए बीज से बाजार तक व्यापक सुलभता की गई है। साथ ही कृषि विभाग के बजट में भी पांच गुना वृद्धि हुई है। गत 11 वर्षों में 25 करोड़ सॉइल हेल्थ कार्ड का वितरण किए जाने के अलावा आधुनिक कृषि एवं कृषि यांत्रिकीकरण को गति मिली है।

मुख्यमंत्री ने किसानों की ओर से प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि देश में कम उत्पादकता वाले 100 जिलों में उत्पादकता बढ़ाने के लिए विशेष ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री ने हाल ही में नई ‘पीएम धनधान्य कृषि योजना’ को मंजूरी दी है।

उन्होंने विकसित गुजरात के लिए विकसित कृषि के निर्माण का किसानों से आह्वान करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण के लिए प्राकृतिक कृषि तथा मिलेट्स जैसी परंपरागत पद्धतियों को महत्व दिया है। प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए अनेक सहायता योजनाओं के अलावा गुजरात के हालोल में गुजरात नैचुरल फार्मिंग साइंस यूनिवर्सिटी कार्यरत की गई है।

इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री राघवजी पटेल ने राजकोट से किसानों को संबोधन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के करकमलों में कृषि हितोन्मुखी योजनाओं के विभिन्न किसान लाभार्थियों को सहायता का वितरण किया गया।

यहां उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत अब तक जारी की गई 19 किस्तों के रूप में गुजरात के लाभार्थी किसानों के खातों में समग्रतः कुल 19,993 करोड़ रुपए से अधिक की सहायता राशि का भुगतान किया गया है।

कृषि विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ. अंजू शर्मा ने सभी का स्वागत कर समग्र कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा देते हुए कहा कि आज प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित इस राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम का सीधा प्रसारण राज्य के 7,000 से अधिक स्थानों से 3 लाख से अधिक किसान देख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि देश के किसानों की आय बढ़ाकर उनके सहायक बनने के शुभ आशय से प्रधानमंत्री ने 100 प्रतिशत केंद्रीय सहायता वाली पीएम किसान सम्मान निधि योजना वर्ष 2019 से लागू की थी। इस योजना के अंतर्गत किसान परिवारों को प्रतिवर्ष प्रति किसान परिवार 6,000 रुपए की सहायता की तीन समान किस्तें जारी की जाती हैं।

उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने बुवाई से लेकर बिक्री तक के सभी चरणों में किसान की सहायक बनने के लिए अनेक योजनाएं लागू की हैं, जिनका अधिकतम लाभ किसानों तक पहुंचाने के लिए बजट में बड़ी राशि का प्रावधान किया गया है। इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए राज्य के 11 लाख से अधिक किसानों ने आई-किसान पोर्टल पर आवेदन पंजीकृत कराए हैं।

इस समारोह में गांधीनगर जिला पंचायत अध्यक्ष शिल्पाबेन पटेल, गांधीनगर उत्तर की विधायक रीटाबेन पटेल, पशुपालन विभाग के सचिव संदीप कुमार, गुजरात एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक विजय खराडी, गांधीनगर जिला कलेक्टर, जिला विकास अधिकारी, कृषि निदेशक, कृषि विभाग के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में किसान मित्र उपस्थित रहे।