पंजाब : भारी बारिश से जालंधर में बाढ़ जैसे हालात, स्कूल बंद, हेल्पलाइन नंबर जारी

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जालंधर, 1 सितंबर (आईएएनएस)। पंजाब के जालंधर जिले में भारी बारिश ने हालात को गंभीर कर दिया है। मूसलाधार बारिश के कारण जालंधर के कई इलाकों में जलभराव हो गया है, जिसमें रेलवे स्टेशन, मॉडल टाउन, अर्बन एस्टेट फेस-1 और फेस-2 और किशनपुरा जैसे क्षेत्र शामिल हैं। बिगड़ती स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने स्कूल बंद करने के निर्देश दिया है और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।

जालंधर में दोमोरिया पुल पूरी तरह पानी में डूब चुका है। पंजाब सरकार ने आठ जिलों के बाद अब जालंधर को भी बाढ़ प्रभावित घोषित कर दिया है, जिससे स्थानीय लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं। डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने लोगों से शांति बनाए रखने और स्थिति को नियंत्रण में बताने की अपील की है, लेकिन सरकारी बुलेटिन में जालंधर को बाढ़ प्रभावित घोषित किए जाने से लोगों में भय और असमंजस की स्थिति है।

पंजाब के जालंधर, अमृतसर, होशियारपुर, फिरोजपुर, पठानकोट, कपूरथला, मोगा और गुरदासपुर सहित नौ जिले बाढ़ की चपेट में हैं। अमृतसर के अजनाला क्षेत्र का जट्टां गांव रावी नदी में आई बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है, जहां घरों में तीन से साढ़े चार फीट तक पानी भर गया है। जालंधर के शहरी इलाकों में भी सड़कों और घरों में पानी भरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

भाखड़ा और रणजीत सागर डैम से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण सतलुज, ब्यास, और रावी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्यों में जुटी हैं। जालंधर में बाढ़ नियंत्रण कक्ष (हेल्पलाइन नंबर: 0181-2224417) स्थापित किया गया है। सरकार ने स्कूलों को 3 सितंबर तक बंद रखने और प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित करने के आदेश दिए हैं।

वहीं, इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने होशियारपुर के गांव मियानी में राहत कैंप का दौरा किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर दौरे की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, “होशियारपुर के गांव मियानी में राहत कैंप का दौरा किया। लोगों का हाल-चाल जाना और उन्हें दी जा रही राहत सामग्री का जायजा लिया। साथ ही बातचीत करके यह सुनिश्चित किया कि जरूरतमंद लोगों तक राहत सामग्री बिना किसी रुकावट के पहुंचती रहेगी। हमारी सरकार हर पहलू से लोगों के साथ खड़ी है।”