पटना, 4 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार सरकार में मंत्री नितिन नवीन ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस बयान का हवाला देते हुए तेजस्वी यादव पर जोरदार हमला किया है, जिसमें उन्होंने एसआईआर में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा था कि उनके पास सबूत है, एटम बम है, अगर फटेगा तो चुनाव आयोग नहीं बचेगा। नितिन नवीन ने कहा कि राहुल गांधी का ‘एटम बम’ तेजस्वी यादव के घर पर गिरा है।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को दो मतदाता पहचान पत्र रखने के मामले में चुनाव आयोग द्वारा नोटिस जारी किया गया है।
सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि तेजस्वी यादव, महागठबंधन, और राहुल गांधी ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश की, लेकिन अब वे खुद अपने बनाए जाल में फंस गए हैं।
उन्होंने तेजस्वी पर बिना तथ्यों की जांच किए झूठा दावा करने का आरोप लगाया, जिसमें तेजस्वी ने कहा था कि उनका नाम मतदाता सूची में नहीं है।
तेजस्वी के पास दो इपिक नंबर हैं। एक जो 2020 के विधानसभा चुनाव में उनके हलफनामे में दर्ज था। और दूसरा जो उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाया, लेकिन यह आधिकारिक रिकॉर्ड में नहीं है। चुनाव आयोग ने इस दूसरे नंबर को अस्तित्वहीन या फर्जी बताते हुए जांच शुरू की है और तेजस्वी से मूल दस्तावेज मांगे हैं।
नितिन नवीन ने कहा कि तेजस्वी को नोटिस का जवाब देना होगा और जनता को यह भी बताना होगा कि दो वोटर कार्ड रखने की सजा क्या होनी चाहिए, क्योंकि यह कानूनन अपराध है।
राहुल गांधी की बिहार यात्रा पर उन्होंने कहा कि यह यात्रा महागठबंधन के लिए उलटी पड़ सकती है। उन्होंने दावा किया कि जनता ऐसे नेताओं को सबक सिखाएगी और राहुल की यात्रा से उल्टे एनडीए को फायदा होगा।
डबल डेकर ब्रिज को लेकर उठे विवाद के बीच मंत्री नितिन नवीन ने ब्रिज की सुरक्षा और संरचनात्मक मजबूती का दावा किया। उन्होंने कहा कि ब्रिज में कोई खराबी नहीं है और यह पूरी तरह सुरक्षित है।
मंत्री उन मीडिया रिपोर्ट्स की आलोचना की, जिनमें ब्रिज की स्थिति को लेकर सवाल उठाए गए। उन्होंने इसे भ्रामक बताते हुए कहा कि ऐसी खबरें बिहार की छवि को खराब करती हैं। उन्होंने कहा कि डबल डेकर ब्रिज न केवल सुरक्षित है, बल्कि यह बिहार का एक नायाब नमूना है, जिसे देखने लोग आते हैं।
उन्होंने लोगों से ऐसी खबरों पर विश्वास न करने और स्थिति को स्वयं देखने की अपील की। ब्रिज पूरी तरह से आवागमन के लिए उपलब्ध है और इसमें कोई तकनीकी या संरचनात्मक दिक्कत नहीं है।