नई दिल्ली, 2 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार की ग्रामीण महिलाओं के लिए ‘बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड’ का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस-राजद पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में जो हुआ, उसकी मैं कल्पना नहीं कर सकता हूं। ‘मां का अपमान’ पीड़ा देने वाला था।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान अपनी मां का जिक्र करते हुए कहा, “मेरी ‘मां’ का कांग्रेस-राजद के मंच से अपमान किया गया। ये मेरी ‘मां’ का नहीं, बल्कि हर ‘मां’ का अपमान है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारी सरकार के लिए मां की गरिमा, उसका सम्मान और उसका स्वाभिमान बहुत बड़ी प्राथमिकता है। इस संस्कारवान बिहार में कुछ दिन पहले जो हुआ, उसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी। बिहार में राजद-कांग्रेस के मंच से मेरी मां को गालियां दी गईं। ये सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं है। ये देश की माताओं, बहनों और बेटियों का अपमान है। आप सभी को, बिहार की हर मां को, ये देखकर और सुनकर कितना बुरा लगा होगा, इस बात को मैं जानता हूं, जितना दर्द मेरे दिल में है, उतना ही दर्द बिहार के लोगों को भी है।”
उन्होंने कहा, “मैं भी एक बेटा हूं, और इतने सारे माता-बहनों को देखकर आज मैं अपना दुख साझा कर रहा हूं, ताकि आप लोगों के आशीर्वाद से मैं इसे झेल पाऊं। मैं करीब 55 साल से समाज और देश सेवा में लगा हूं। समाज के लिए मुझसे जो हो सकता है, उसे करने का प्रयास किया है। ऐसा करने के लिए मुझे मेरी मां का आशीर्वाद प्राप्त रहा है। मेरी मां ने मां भारती की सेवा करने को कहा, लेकिन मुझे इस बात की पीड़ा है कि जिन्होंने देशसेवा के लिए भेजा, उन्हें ही अपमानित किया गया।”
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा, “आप सब जानते हैं कि अब मेरी मां का शरीर तो इस दुनिया में नहीं है। कुछ समय पहले 100 साल की उम्र पूरी करके, वो हम सबको छोड़कर चली गईं। मेरी उस मां को जिसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, जिसका शरीर भी अब नहीं है। मेरी उस मां को राजद-कांग्रेस के मंच से भद्दी-भद्दी गालियां दी गईं। ये बहुत ही दुख, कष्ट और पीड़ा देने वाला है। उस मां का क्या गुनाह है कि उसे भद्दी गालियां सुना दी गईं?”
उन्होंने कहा, “एक बेटे की पीड़ा शाही खानदान वाले समझ नहीं सकते हैं। बहुत गरीबी में मेरी मां ने मुझे पाला है। मां का स्थान देवी स्थल से ऊंचा है और उन्हें अपमानित किया गया।”