रांची, 10 जुलाई (आईएएनएस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रांची में गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आयोजित पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 27वीं बैठक में लिए गए निर्णयों को चार राज्यों के सामाजिक और आर्थिक विकास की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण कदम बताया है।
बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस बैठक में जिन बिंदुओं पर निर्णय लिए गए हैं, उनसे ओडिशा, बंगाल, बिहार और झारखंड की तरक्की को ठोस दिशा मिलेगी। माझी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 में जिस ‘विकसित भारत’ की परिकल्पना की है, उसके चार मुख्य स्तंभ हैं- युवा, गरीब, किसान और महिलाएं। पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इन चारों वर्गों के सर्वांगीण विकास की योजनाओं को प्रभावी तरीके से धरातल पर उतारने की जरूरत पर जोर दिया।”
माझी ने कहा कि युवाओं को रोजगार, गरीबों के उत्थान, कृषकों और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। चारों राज्यों ने एक साथ मिलकर इन योजनाओं पर काम करने पर सहमति जताई। उन्होंने झारखंड और ओडिशा के बीच विभिन्न मुद्दों पर परस्पर सहयोग की भी उम्मीद जताई।
माझी ने कहा कि झारखंड और ओडिशा के बीच काफी हद तक भाषाई और क्षेत्रीय समानता है और यह दोनों राज्यों के बीच समन्वय बढ़ाने में सहायक है। ओडिशा के मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वस्त किया है कि हर राज्य को केंद्र से समान रूप से सहयोग मिलेगा।
उन्होंने बताया कि पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की अगली बैठक ओडिशा के पुरी में आयोजित करने पर सहमति बनी है। रांची में संपन्न इस बैठक में चार राज्यों झारखंड, बिहार, बंगाल और ओडिशा से जुड़े 20 महत्वपूर्ण मुद्दों पर व्यापक सहमति बनी है। चारों राज्यों की सरकारों ने विकास, जनकल्याण, क्षेत्रीय संतुलन, जल संसाधनों के वितरण और अपराध नियंत्रण से संबंधित विषयों पर परस्पर बेहतर समन्वय के साथ काम करने का संकल्प लिया है।