नई दिल्ली, 15 नवंबर (आईएएनएस)। सच्ची कहानी पर आधारित फिल्म ‘120 बहादुर’ 21 नवंबर को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है, जिसमें 1962 में चीनी सेना से लड़ने वाली 13वीं कुमाऊं रेजिमेंट के बहादुर सैनिकों की जंग दिखाई गई है।
रिलीज से पहले ही फरहान अख्तर ने फिल्म को लेकर बड़ी अनाउंसमेंट की है।
फरहान अख्तर ने इंस्टाग्राम पर फिल्म का नया पोस्टर शेयर किया है और फिल्म के रिलीज को लेकर नई जानकारी दी है। उन्होंने कैप्शन में लिखा, “एक्सेल एंटरटेनमेंट और ट्रिगर हैप्पी स्टूडियोज की ओर से देशभर के दर्शकों के लिए एक विशेष अनाउंसमेंट। रेजांग ला (1962) की लड़ाई की 63वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘120 बहादुर’ के पेड प्रीव्यू 18 नवंबर को पूरे देश में आयोजित किए जाएंगे।”
उन्होंने आगे लिखा, “हिंदी सिनेमा में यह पहली बार है जब सिनेमाघरों में दर्शकों को देशव्यापी रिलीज से तीन दिन पहले यह फिल्म देखने का मौका मिलेगा। बुकिंग आज से शुरू हो रही है और फिल्म दुनियाभर के सिनेमाघरों में 21 नवंबर को रिलीज होगी।”
‘120 बहादुर’ भारत और चीन के 1962 के युद्ध पर आधारित है, जिसमें 13वीं कुमाऊं रेजिमेंट ने रेजांग ला पर बर्फीले मौसम में 3000 से अधिक चीनी सैनिकों का सामना किया था। सैनिकों के हथियार भी माइनस 24 डिग्री तापमान पर जम गए थे, लेकिन फिर भी सरहद की रक्षा करने के लिए प्राणों को न्योछावर करने तक भारतीय सैनिक युद्धभूमि में डटे रहे। बताया जाता है कि युद्ध में 120 में से 114 जवान शहीद हो गए थे, लेकिन उन्होंने चीनी सैनिकों को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया था।
माना जाता है कि इस युद्ध में हमारे सैनिकों ने आधुनिक हथियारों से लैस 1000 से ज्यादा चीनी सैनिकों को मार गिराया था। हालांकि इस फिल्म को लेकर रिलीज से पहले विरोध भी हुआ। विरोध कर रहे अहीर समुदाय का कहना है कि फिल्म के ट्रेलर में ऐसा दिखाया गया है कि जैसे अकेले मेजर शैतान सिंह भाटी ही युद्ध में लड़े थे, लेकिन उनके अलावा भी युद्ध में कई सैनिकों ने अपनी जान की परवाह किए बिना युद्ध किया, जो अहीर समाज से ही आते थे।
फरहान अख्तर ने फिल्म में कुमाऊं रेजीमेंट के मेजर शैतान सिंह भाटी का रोल निभाया है, जिन्हें मरणोपरांत अपने अदम्य साहस के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।

