‘आपातकाल हमारे लोकतंत्र का एक काला अध्याय’, राजद सांसद मनोज झा की स्वीकारोक्ति

0
6

नई दिल्ली, 25 जून (आईएएनएस)। आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि 25 जून 1975 हमारे लोकतंत्र में एक “काला अध्याय” है। फिर भी, जब हम उस दिन को याद करते हैं, तो इसे केवल एक बीती हुई घटना के रूप में नहीं, बल्कि इसे एक आईने के रूप में देखा जाना चाहिए।

मनोज झा ने बुधवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा कि जो बीत गया उस पर चर्चा करने की बजाय आज की मौजूदा स्थिति पर भी चर्चा करनी चाहिए। जब सरकार की आलोचना की जाती है तो इसे देश की आलोचना बताई जाती है। जब किसी व्यक्ति विशेष के कार्य की आलोचना की जाती है, तो इसे देश की आलोचना बताई जाती है। आपातकाल के उस दौर और वर्तमान के दौर में लोग कोई खास फर्क नहीं देखते हैं।

बिहार के पूर्णिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर राजद सांसद ने कहा कि अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री फिर बिहार आ रहे हैं। बिहार में इस साल विधानसभा के चुनाव हैं तो जाहिर सी बात है कि वह आएंगे।

उन्होंने कहा कि श्रम बिहार का और पूंजी गुजरात की अब नहीं चल सकती है।

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पत्र पर राजद सांसद ने कहा कि आज बिहार के किसी भी कोने जाइए, जब नौकरी देने की बात आती है तो सबसे पहले तेजस्वी यादव का नाम आता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिसे असंभव बताते थे, तेजस्वी यादव ने नौकरी देकर उसे संभव बनाया है।

मनोज झा ने भाजपा-जदयू द्वारा राजद के 15 साल के शासन पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वह आंकड़ों के साथ खुले मंच पर बहस के लिए तैयार हैं।

तेजस्वी यादव ने बिहार के लोगों के नाम एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने उपमुख्यमंत्री के रूप में अपने 15 माह के कार्यकाल के दौरान लोगों की भलाई के लिए किए गए कार्यों का उल्लेख किया है। इस पत्र में युवाओं को नौकरी देने की बात का भी उल्लेख किया है। तेजस्वी यादव नीतीश कुमार की सरकार में उपमुख्यमंत्री थे।