संविधान की वजह से ही ‘चायवाला’ प्रधानमंत्री बना: चंद्रबाबू नायडू

0
3

अमरावती, 16 नवंबर (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ द्वारा भारतीय संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर आयोजित एक सम्मेलन में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि संविधान की वजह से ही एक ‘चायवाला’ प्रधानमंत्री बन पाया। उन्होंने कहा कि एक चायवाले के रूप में अपना जीवन शुरू करने वाले नरेंद्र मोदी आज प्रधानमंत्री हैं, इसका कारण भारतीय संविधान है।

तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष और सीएम चंद्रबाबू नायडू ने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की और कहा कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि भारत दुनिया में नंबर एक बने।

मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीआर गवई और आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश धीरज सिंह ठाकुर ने भी सम्मेलन को संबोधित किया।

मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि मुख्य न्यायाधीश गवई भी महाराष्ट्र के अमरावती से आते हैं। सीएम ने मुख्य न्यायाधीश के पद पर रहते हुए भी विनम्र रहने के लिए न्यायमूर्ति गवई की सराहना करते हुए कहा कि वह हमेशा समानता पर जोर देते हैं।

उन्‍होंने कहा कि मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति गवई एक नेकदिल इंसान हैं। उन्होंने अच्छे फैसले दिए हैं, जिन्हें लोग याद रखेंगे। चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री के रूप में, न्यायमूर्ति गवई मुख्य न्यायाधीश के रूप में, और धीरज सिंह ठाकुर आंध्र प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश के रूप में संविधान की बदौलत अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि सुधारों के बाद लोगों की मानसिकता बदल गई है। उन्‍होंने कहा कि युवाओं की कमी के कारण कई देश कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं, लेकिन भारत में ऐसी कोई समस्या नहीं है। हमारे देश में विशाल मानव संसाधन उपलब्ध हैं।

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 2047 तक भारतीय पूरी दुनिया में प्रभावशाली स्तर पर पहुंच जाएंगे। मुख्यमंत्री ने न्यायपालिका के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि अगर समाज में गलतियां हैं तो न्यायिक प्रणाली ही उन्हें सुधारती है और लोकतंत्र की रक्षा करती है।

उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति-एक वोट डॉ. बीआर अंबेडकर द्वारा दिया गया एक वरदान है। कुछ देशों में मतदाताओं को समान अधिकार नहीं हैं। भारत एक ऐसा देश है जहां मताधिकार के मामले में अमीर-गरीब का कोई भेद नहीं है।

उन्होंने एक ऐसे समाज के निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया, जहां सामाजिक और आर्थिक समानता हो, और कहा कि इस समानता को प्राप्त करने में सार्वजनिक नीतियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। सीएम ने आगे कहा कि इसलिए मैं एक स्वस्थ, समृद्ध और खुशहाल समाज बनाने की योजना बना रहा हूं। मैं इसके लिए सभी से सहयोग चाहता हूं।