नई दिल्ली, 2 अगस्त (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी के विज्ञान भवन में कांग्रेस के कानून, मानवाधिकार और सूचना का अधिकार विभाग की ओर से आयोजित ‘राष्ट्रीय कानूनी सम्मेलन’ में राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने हिस्सा लिया।
आईएएनएस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश की जो आज की परिस्थिति, संविधान और खास करके प्रस्तावना की कुछ बातें हैं, उस पर इस सम्मेलन में चर्चा की गई। संविधान और कानून की नजर में सब समान हैं। जाति, प्रांत, भाषा या धर्म के नाम पर बंटवारा नहीं होना चाहिए। सबको आगे बढ़ने का समान अवसर मिले, यह हमारी संविधान की मूल भावना है। आज हमने अलग-अलग पैनल के साथ तमाम विषयों पर चर्चा की।
उन्होंने आगे कहा कि आप किसी भी गरीब से जाकर पूछो कि इन 11 सालों में भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है। क्या उनकी आमदनी बढ़ी, महंगाई कम हुई। महंगाई के दर के हिसाब से आपकी आमदनी में क्या फर्क हुआ। आज के समय में यह सबसे बड़ा सवाल है। आज सबसे खराब हालत मध्यमवर्गीय लोगों की है। ये जरूर है कि कुछ लोगों की अर्थव्यवस्था में इजाफा देखा गया है। इस सरकार में बड़े लोग मालामाल हो रहे हैं और गरीब बेरोजगारी और महंगाई की मार झेल रहे हैं।
शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि हमारे देश का संविधान भी सामाजिक न्याय, समानता और भाईचारे की विचारधारा से बना है। आज केंद्र सरकार संविधान को तोड़ने का काम कर रही है, जबकि राहुल गांधी जनता के बीच जाकर संविधान की रक्षा की बात कर रहे हैं। राहुल गांधी ने समानता और भाईचारा के संदेश के साथ कन्याकुमारी से कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की और देश के लाखों लोगों से मिले। आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता विपक्ष राहुल गांधी से लेकर पार्टी का हर छोटा कार्यकर्ता संविधान की रक्षा की लड़ाई लड़ रहा है। हम सभी अन्याय के खिलाफ लड़ते रहेंगे और हर कीमत पर संविधान की रक्षा करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमारे देश के चुनाव आयोग की दुनिया भर में तारीफ होती है। संविधान के तहत हमारे देश में चुनाव आयोग बना और यह एक पारदर्शी निकाय था, लेकिन अब इस पर भी लोगों को शक होने लगा है। यह सरकार अपने हिसाब से चुनाव आयोग को चलाना चाहती है, जो सरासर गलत है, इसलिए शक गहराता जा रहा है।