मुंबई, 31मई(आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री और भाजपा के नेता गिरिराज सिंह के बयान और टुकड़े-टुकड़े गैंग पर सांसद और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने शनिवार को कहा कि गिरिराज सिंह मंत्री हैं, उन्हें गंभीर बातें करनी चाहिए, ऐसा मेरा निवेदन है। उन्होंने कहा कि अगर आप से कोई सवाल पूछे तो उसका जवाब देना चाहिए। ऐसे में सवाल पूछने वाला देशद्रोही नहीं होता है।
सरकार पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि आजकल यह चलन हो गया है, सरकार से सवाल पूछो तो आप देशद्रोही हो। ऐसे में जवाब मिलता है कि आप देश छोड़कर पाकिस्तान जाएं। कांग्रेस पार्टी की नेता इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े किए, ऐसे में हम पाकिस्तान क्यों जाएंगे। यह देश हमारा है, इसकी मिट्टी में हमारे पूर्वजों का खून मिला है, देश की स्वतंत्रता के लिए हमारे लोग फांसी के फंदे पर झूले हैं।
उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह को यह मालूम होगा कि देश की स्वतंत्रता में आरएसएस की कितनी भूमिका रही है। देश प्रेम क्या होता है, आरएसएस को 50 साल बाद पता चला तब जाकर राष्ट्रगान और तिरंगे की याद आई है। हम देश के संविधान, महात्मा गांधी और बाबा साहेब के विचारों पर चलते हैं। देश की एकता और अखंडता के लिए खून का हर कतरा समर्पित है। गिरिराज को देश के बारे में हमारी क्या सोच है, बताने की जरूरत नहीं है। आपको यह कहने का अधिकार नहीं कि आप देश छोड़कर पाकिस्तान चले जाओ, यह देश सब का है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने सर्वपक्षीय दल की बैठक के दौरान अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर पर हम सरकार के साथ हैं। भारतीय सेना और पहलगाम में हुए हमले में पीड़ितों के साथ संवेदना रखते हैं। कांग्रेस पार्टी हमेशा से आतंकियों पर कार्रवाई के पक्ष में रही है। सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री आए नहीं और बिहार के चुनाव के लिए चले गए। इसके बावजूद हमने उनके साथ रहने की बात की। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में भी कांग्रेस के सांसदों ने अपनी बात दुनिया के तमाम देशों के सामने रखी है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री और भाजपा के नेता गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पार्टी पर जोरदार सियासी हमला बोला है। उन्होंने सीजफायर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति के दावे पर कांग्रेस की ओर से सवाल उठाने पर कहा कि कांग्रेस पार्टी हो या और कोई, देश में टुकड़े-टुकड़े गैंग के सदस्य हैं, जो अभी भी पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं और सबूत मांग रहे हैं।