नई दिल्ली
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और बीसीसीआई के बॉस रहे सौरव गांगुली ने हाल ही में कहा है कि विराट कोहली ने 2022 में अपनी इच्छा से टेस्ट कप्तानी छोड़ दी थी, क्योंकि उन्होंने सभी प्रारूपों में भारतीय टीम के कप्तान के रूप में रोहित शर्मा का समर्थन किया था। कोहली ने जनवरी 2022 में साउथ अफ्रीका के दौरे के दौरान कप्तानी छोड़ दी थी। ऐसे में फरवरी 2022 से रोहित शर्मा को सभी फॉर्मेट की कप्तानी मिल गई, लेकिन अब गांगुली ने खुलासा किया है कि बीसीसीआई इसके लिए तैयार नहीं थी कि विराट टेस्ट कप्तानी छोड़ें।
आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 में भारत को 209 रनों से ऑस्ट्रेलिया के हाथों करारी हार मिली। ऐसे में रोहित शर्मा की कप्तानी पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इससे पहले टीम पिछले साल उनकी कप्तानी में एशिया कप 2022 और टी20 वर्ल्ड कप हार चुकी है। रोहित शर्मा के टीम चयन और रणनीतिक चालों पर सवाल उठ रहे हैं। फैंस चाहते हैं कि विराट कोहली को फिर से टेस्ट कप्तान बनाया जाए।
हालांकि, सौरव गांगुली का मानना है कि रोहित शऱ्मा को तीनों फॉर्मेट में कप्तान बने रहना चाहिए। टेस्ट कप्तानी के लिए कोहली पर पुनर्विचार क्यों नहीं किया जाना चाहिए? इसका कारण बताते हुए सौरव गांगुली ने स्पोर्ट्स टुडे को बताया, "आखिर में यह एक चयनकर्ता का काम है, लेकिन सोशल मीडिया कैसे प्रभावित करता है? विराट खुद दो साल पहले टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी नहीं करना चाहते थे। अगर आप मुझसे पूछें कि भारत का कप्तान और कोच कौन होना चाहिए और कौन होगा? तो रोहित और राहुल इस समय सही हैं।"
गांगुली को ये भी भरोसा है कि रोहित शर्मा और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ कम से कम 2023 विश्व कप तक भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगे, जिसकी मेजबानी भारत अक्टूबर-नवंबर में करेगा। गांगुली ने कहा, "बिल्कुल, कम से कम विश्व कप तक यह (रोहित कप्तान और राहुल कोच) जारी रहेगा। वैसे मुझे नहीं पता कि वर्ल्ड कप के बाद रोहित के दिमाग में क्या है और वह क्या करना चाहते हैं। इस समय भारत के लिए कोच और कप्तान दो सर्वश्रेष्ठ हैं और मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।"