तालिबान अफगान ने पाकिस्तान पर गोलीबारी का लगाया आरोप, जवाब मिला ‘फैलाया जा रहा भ्रम’

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नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। पाकिस्तानी और अफगान सेनाओं के बीच झड़प में एक सुदूर सीमावर्ती क्षेत्र में कई लोगों की मौत हो गई। इस हमले में कुछ लोग घायल भी हुए हैं। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मंगलवार रात दक्षिण-पूर्वी अफगानिस्तान के स्पिन बोल्डक जिले और पाकिस्तान के चमन जिले में हुई घातक हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। अफगानिस्तान ने पाक सेना पर गोलीबारी का आरोप लगाया तो जवाब में इसे झूठे और भ्रामक प्रचार का नाम दिया जा रहा है।

एक्स पोस्ट में अफगान तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तानी सेना पर अफगानिस्तान पर “हल्के और भारी हथियारों” से गोलीबारी करके सीमा पर लड़ाई शुरू करने का आरोप लगाया, जिसमें 12 नागरिक मारे गए और 100 से ज्यादा घायल हुए।

दूसरी ओर पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि उसने अफगान तालिबान और फितना अल ख्वारिज के हमलों का जवाब दिया है, जिसमें 50 लोग मारे गए हैं। इस बीच अफगान तालिबान ने एक फुटेज भी जारी किया है जिसमें ड्रोन से एक मोर्टार सरीखा ऑब्जेक्ट पाकिस्तानी चौकियों को तबाह करते देखा जा सकता है।

पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने कहा कि अफगान तालिबान लड़ाकों ने 15 अक्टूबर को स्पिन बोल्डक में चार अलग-अलग जगहों पर हमले किए। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने प्रभावी और जोरदार जवाबी कार्रवाई की, जिसमें 15 से 20 तालिबान लड़ाके मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।

आईएसपीआर ने कहा कि तालिबान ने अपनी तरफ पाकिस्तान-अफगान मैत्री द्वार को भी नष्ट कर दिया – सेना ने इस कृत्य को हमलावरों द्वारा सीमा पार व्यापार और कबायली मानदंडों के प्रति अनादर का प्रतीक बताया।

कुर्रम में, आईएसपीआर ने कहा कि आतंकवादियों ने 14-15 अक्टूबर की रात को पाकिस्तानी सीमा चौकियों पर कब्जा करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें खदेड़ दिया गया। जवाबी कार्रवाई में उन्हें भारी नुकसान पहुंचा; आईएसपीआर ने आठ चौकियों और छह टैंकों के नष्ट होने का दावा करते हुए कहा कि लगभग 25 से 30 हमलावर मारे गए।

सेना ने अफगानिस्तान के उस दावे को भी खारिज कर दिया कि पाकिस्तान ने झड़प शुरू की थी और ऐसे आरोपों को झूठा और भ्रामक प्रचार बताया।

दोनों देशों के बीच झड़पें 11 और 12 अक्टूबर की रात को शुरू हुईं, जब काबुल ने इस्लामाबाद पर उसी हफ्ते अफगानिस्तान पर हवाई हमले करने का आरोप लगाया।

अफगान पक्ष ने इन हमलों की प्रतिक्रिया में पूर्वी प्रांतों में भारी लड़ाई की सूचना दी। इस्लामाबाद ने काबुल में हुए हमलों की जिम्मेदारी से इनकार किया, लेकिन सभी पक्षों से टीटीपी को पनाह न देने का आग्रह किया।