तमिलनाडु : मानसून की बारिश के बीच सीएम स्टालिन ने की तैयारियों की समीक्षा, विपक्ष पर लगाया झूठ फैलाने का आरोप

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चेन्नई, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर-पूर्वी मानसून की तेज बारिश के बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने चेन्नई में राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र का दौरा कर तैयारियों और राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को संभावित बाढ़ और अन्य व्यवधानों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने के निर्देश दिए।

थेनी, विरुधुनगर, रामनाथपुरम और नीलगिरी जैसे जिलों में भारी बारिश की सूचना के बावजूद, स्टालिन ने आश्वासन दिया कि स्थिति नियंत्रण में है और कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है।

मुख्यमंत्री ने भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की चेतावनी का हवाला देते हुए कहा कि 21-22 अक्टूबर को भारी बारिश और संभावित चक्रवात का खतरा है। स्टालिन ने कहा, “हम सभी एहतियाती कदम उठा रहे हैं। नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित आश्रय स्थलों पर स्थानांतरित किया जा रहा है। राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमें तैयार हैं।

उन्होंने विपक्षी दलों, विशेष रूप से एआईएडीएमके, पर कावेरी डेल्टा जिलों में भारी नुकसान के झूठे दावे फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “विपक्षी नेता भ्रामक जानकारी फैलाते हैं कि डेल्टा जिलों में धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है। यह पूरी तरह गलत है। हमारी सरकार महीनों से मानसून की तैयारी कर रही है और किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है।”

चेन्नई में प्रशासन ने निचले इलाकों में जलजमाव रोकने के लिए नालों की सफाई और पंपों की तैनाती तेज कर दी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें हाई अलर्ट पर हैं, जबकि मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। स्टालिन ने कहा कि राहत शिविरों में भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं। तमिलनाडु सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 1077 और 1913 जारी किए हैं ताकि आपात स्थिति में लोग तुरंत संपर्क कर सकें।

विपक्षी नेता और एआईएडीएमके महासचिव ई. पलानीस्वामी ने सरकार पर मानसून की अपर्याप्त तैयारी का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि डेल्टा क्षेत्र में किसानों को भारी नुकसान हुआ है और सरकार उनकी मदद नहीं कर रही। जवाब में, स्टालिन ने कहा, “हमारी सरकार किसानों के साथ है। फसल बीमा और मुआवजे की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। विपक्ष केवल सियासत कर रहा है।”