तेजस्वी के दो मतदाता पहचान पत्र पर चुनाव आयोग मुकदमा दर्ज करे: एनडीए

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पटना, 3 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार एनडीए के घटक दलों के प्रवक्ताओं ने रविवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और राजद के नेता तेजस्वी यादव पर जमकर सियासी हमला बोला।

इस संयुक्त प्रेस वार्ता में राजद के नेता तेजस्वी यादव के दो मतदाता पहचान पत्र होने पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि मतदाता सूची में नाम नहीं होने का दावा कर विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी ने सनसनी पैदा करने की कोशिश की, लेकिन चुनाव आयोग ने तुरंत ही बताया कि उनका नाम मतदाता सूची में है। इसके बाद उन्होंने नया एपिक नंबर दिखाकर अलग बात कही।

एनडीए प्रवक्ताओं ने दो एपिक नंबर पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह आया कहां से? कोई भी व्यक्ति दो मतदाता पहचान पत्र नहीं रख सकता है। अगर रखता है तो यह अपराध है। एनडीए के प्रवक्ताओं ने साफ कहा कि चुनाव आयोग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए और तत्काल इस मामले को लेकर तेजस्वी यादव पर मुकदमा दायर करना चाहिए। इस प्रेस वार्ता में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक, जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार, लोजपा (रामविलास) के राजेश भट्ट, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के श्याम सुंदर और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रवक्ता नितिन भारती और भाजपा के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल उपस्थित रहे।

एनडीए के प्रवक्ताओं ने प्रेस वार्ता में कहा कि इंडी गठबंधन लगातार चुनाव हार रहा है लेकिन इनके नेताओं को अक्ल नहीं आ रही है। तेजस्वी यादव के पास दो एपिक पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि यह मामला गंभीर है। एनडीए ने पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है। एनडीए प्रवक्ताओं ने साफ तौर पर कहा कि जिन्हें अपनी पहचान पर भरोसा नहीं है, वे जनादेश क्या संभालेंगे और जनता का नेतृत्व करेंगे? इससे पहले भी तेजस्वी यादव पर सात घोटाले हैं और अब आठवां मतदाता पहचान पत्र को लेकर भी घोटाला किया है। तेजस्वी यादव को राजनीतिक जालसाज बताते हुए एनडीए ने चुनाव आयोग से मांग करते हुए कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जाए और तेजस्वी यादव पर चुनाव आयोग मुकदमा दर्ज करे। तेजस्वी यादव ने लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की है।

प्रवक्ताओं ने साफ तौर पर कहा कि सजायाफ्ता लालू यादव की परंपराओं को ही तेजस्वी यादव आगे बढ़ा रहे हैं। मतदाताओं का एक मतदाता पहचान पत्र होता है और दो पहचान पत्र रखना संज्ञान का अपराध है। एनडीए प्रवक्ताओं ने इंडी गठबंधन के नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि ये लोग अब न केवल संवैधानिक संस्थाओं को अपमानित कर रहे हैं, बल्कि अब धमकी भी दे रहे हैं। इनकी मंशा देश में अराजकता पैदा करने की है। ऐसा कर ये लोग लोकतंत्र को शर्मसार कर रहे हैं।