हैदराबाद, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को तेलंगाना में पार्टी के संगठन सृजन अभियान की प्रगति पर मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के साथ विस्तृत चर्चा की।
वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर मुलाकात की तस्वीर पोस्ट की। उन्होंने बताया, “सीएम रेवंत रेड्डी के साथ तेलंगाना में संगठन सृजन अभियान की प्रगति पर चर्चा की। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क, पीसीसी अध्यक्ष बोम्मा महेश कुमार गौड़, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) प्रभारी मीनाक्षी नटराजन और एआईसीसी पर्यवेक्षकों के साथ बैठक हुई। नए डीसीसी (जिला कांग्रेस कमेटी) अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए रणनीति तय की गई।”
यह बैठक कांग्रेस के ‘संगठन सृजन अभियान’ को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है।
कांग्रेस हाई कमांड ने हाल ही में पूरे देश में इस अभियान को गति दी है, जिसका उद्देश्य जिला स्तर पर नए नेतृत्व को स्थापित कर पार्टी को ग्रासरूट स्तर पर मजबूत करना है। तेलंगाना में 2023 विधानसभा चुनावों में शानदार जीत के बाद कांग्रेस सत्ता में है, लेकिन संगठन को और सशक्त बनाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
वेणुगोपाल की इस यात्रा के दौरान तय हुआ कि नवंबर के पहले सप्ताह तक राज्य के सभी जिलों में डीसीसी अध्यक्षों का बदला जाना सुनिश्चित किया जाएगा। एआईसीसी पर्यवेक्षक प्रत्येक जिले का दौरा करेंगे, कार्यकर्ताओं से वन-टू-वन फीडबैक लेंगे और छह संभावित नामों का पैनल तैयार कर आलाकमान को सौंपेंगे। पीसीसी अध्यक्ष बोम्मा महेश कुमार गौड़ ने कहा, “यह अभियान तेलंगाना कांग्रेस को नई ऊर्जा देगा। हम युवा और समावेशी नेतृत्व पर फोकस करेंगे, ताकि 2028 के चुनावों में मजबूत वापसी हो।”
बैठक में उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्का मल्लू ने संगठन विस्तार के लिए स्थानीय स्वशासन संस्थाओं (एलएसजी) को मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत अब तक राज्य के 20 जिलों में प्रारंभिक सर्वे पूरा हो चुका है, जिसमें 5,000 से अधिक कार्यकर्ताओं की भागीदारी रही। एआईसीसी प्रभारी मीनाक्षी नटराजन ने महिलाओं और अल्पसंख्यकों के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने की योजना पर चर्चा की।
वेणुगोपाल ने कहा, “राहुल गांधी के नेतृत्व में यह अभियान कांग्रेस को जन-केंद्रित बनाएगा। तेलंगाना हमारा मजबूत गढ़ है, और यहां के अनुभव अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा होंगे।”













