टीजीटी परीक्षा 2025: नकल पर सख्त पहरा, मुख्य सचिव की दो टूक, शुचिता से कोई समझौता नहीं

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लखनऊ, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव एसपी गोयल ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी मंडलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ सहायक अध्यापक (प्रशिक्षित स्नातक) परीक्षा-2025 की तैयारियों की गहन समीक्षा की। उन्होंने साफ कहा कि परीक्षा को शुचिता, पारदर्शिता और पूर्ण नकलमुक्त वातावरण में आयोजित करना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी स्तर पर शिथिलता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सभी परीक्षा केंद्रों की तैयारियों की स्वयं व्यक्तिगत निगरानी करें और सुनिश्चित करें कि व्यवस्थाएं आयोग के मानकों के अनुरूप हों। नकल पर नियंत्रण के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक सत्यापन, कठोर फ्रिस्किंग, और समयबद्ध प्रक्रिया अनिवार्य रूप से लागू की जाए। साथ ही परीक्षा से जुड़े सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी और प्रशिक्षण समय से पूरा करा लिया जाए।

उन्होंने कहा कि सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह क्रियाशील रहें तथा पेयजल, शौचालय, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सहित मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों। परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए एलआईयू और एसटीएफ की टीमें पूरे परीक्षा अवधि तक सक्रिय रहेंगी और संवेदनशील जिलों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी।

मुख्य सचिव ने स्पष्ट कहा कि प्रश्नपत्र सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी स्थिति में लीक नहीं होना चाहिए। परीक्षा दिवस पर प्रत्येक सत्र में प्राप्त कलर एवं कोड वाले एसएमएस के आधार पर ट्रेजरी से गोपनीय ट्रंक की निकासी अत्यंत सावधानी से की जाए और सेक्टर मजिस्ट्रेट निर्धारित समय पर प्रश्नपत्र परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाएं।

बैठक में बताया गया कि सहायक अध्यापक (टीजीटी) के 7466 पदों (15 विषय) पर भर्ती के लिए परीक्षा 6, 7, 21 दिसंबर 2025 तथा 17, 18, 24, 25 जनवरी 2026 को दो पालियों- प्रथम सत्र 9:00 से 11:00 बजे तथा द्वितीय सत्र 3:00 से 5:00 बजे- में आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के लिए कुल 12,36,239 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों से कहा कि परीक्षा को व्यवस्थित, सुरक्षित और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने के लिए वे मैदान पर सक्रिय रहकर सभी जरूरी कदम सुनिश्चित करें।