कोलकाता, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव कुणाल घोष ने शनिवार को धमकी दी कि अगर भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के माध्यम से पश्चिम बंगाल की मतदाता सूची से एक भी वैध मतदाता का नाम हटाया जाता है तो वे दिल्ली में एक लाख लोगों के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
पूर्वी बर्धमान जिले के केतुग्राम में विजया सम्मिलनी (दुर्गा पूजा के बाद का मिलन समारोह) को संबोधित करते हुए, घोष ने कहा, “एसआईआर के खिलाफ एकजुट रहें। ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी हमारे साथ हैं। तृणमूल कांग्रेस परिवार आपके साथ है। अगर एक भी वैध मतदाता का नाम हटाया जाता है तो हम एक लाख लोगों के साथ दिल्ली में चुनाव आयोग कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे।”
तृणमूल प्रवक्ता ने अवैध मतदाताओं को हटाने के लिए पश्चिम बंगाल की मतदाता सूची की एसआईआर की आवश्यकता की वकालत करने के लिए भाजपा पर भी निशाना साधा।
घोष ने कहा, “पहले उन्होंने कहा था कि चुनाव कराने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की जानी चाहिए। इसके बावजूद वे (पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव) हार गए। अब वे मतदाता सूची में छेड़छाड़ करना चाहते हैं। उन्होंने इसके लिए चुनाव आयोग का इस्तेमाल किया है। उन्होंने दूसरे राज्यों के मतदाताओं के नाम सूची में शामिल कर दिए हैं। जिस तरह उन्होंने महाराष्ट्र और दिल्ली में जीत हासिल की, उसी तरह वे यहां भी ऐसा करना चाहते हैं, लेकिन सीएम ममता बनर्जी उनकी चाल समझ गई हैं।”
उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि तृणमूल लगभग 250 सीटें जीतकर पश्चिम बंगाल में सत्ता बरकरार रखेगी।
घोष ने कहा, “2026 के विधानसभा चुनावों के बाद, तृणमूल 250 सीटों के साथ फिर से सत्ता में आएगी। मुख्यमंत्री पद में कोई बदलाव नहीं होगा। विपक्ष के नेता के पद में बदलाव होगा, क्योंकि भाजपा के पास उस पद के लिए पर्याप्त संख्या में विधायक नहीं होंगे।”
पश्चिम बंगाल में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) 15 अक्टूबर के बाद शुरू होने के संकेतों के बीच, आयोग ने स्पष्ट किया है कि किसी भी परिस्थिति में राज्य में निर्वाचन अधिकारियों, विशेष रूप से बूथ स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) और निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों (ईआरओ) के चयन संबंधी उसके मानदंडों से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
-आईएएनएस
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