उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच स्वार्थ का गठबंधन: नवनीत राणा

0
6

मुंबई, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने बुधवार को गठबंधन की आधिकारिक घोषणा की। इस पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है और कहा कि यह ‘स्वार्थ’ का गठबंधन है।

भाजपा नेता और पूर्व सांसद नवनीत राणा ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि जिस तरह से उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक हो रहे हैं, यह एक परिवार के तौर पर अच्छा है, लेकिन असलियत यह है कि दोनों भाई अपने-अपने स्वार्थ के लिए एकजुट हो रहे हैं।

उद्धव ठाकरे पर नवनीत राणा ने कहा कि उनकी पार्टी, जिसके पास कभी मुख्यमंत्री बनाने की ताकत थी, अब नगर निगम और नगर पंचायत के चुनावों में सबसे आखिर में है। नगर निगम और नगर पंचायत में उनके बहुत कम सदस्य चुनकर आए हैं। आज के समय उद्धव ठाकरे किसी को भी साथ में रख लें, लेकिन बीएमसी चुनावों में भी उनका कोई गणित काम नहीं आएगा।

नवनीत राणा ने राज ठाकरे पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “पहले राज ठाकरे का भाषण ‘मेरे हिंदू भाई-बहन’ शब्दों के साथ शुरू होता था, लेकिन अब उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन करने पर राज ठाकरे की भाषा बदल चुकी है।”

भाजपा नेता ने राज ठाकरे को उनके पुराने वादे और नारे भी याद दिलाए। उन्होंने पूछा, “राज ठाकरे बताएं कि आज उनके लिए हनुमान चालीसा और भगवा प्रेम कहां चला गया है, क्योंकि उद्धव ठाकरे आज चादर चढ़ाने वालों के साथ खड़े हैं, तो क्या राज ठाकरे यह दिखा रहे हैं कि उन्हें हिंदुओं और भगवा से प्रेम नहीं है? क्या राज ठाकरे भी औरंगजेब की कब्र पर जाएंगे?”

इस दौरान, नवनीत राणा ने बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव में भाजपा और महायुति की जीत का दावा किया।

उद्धव और राज ठाकरे पर भाजपा विधायक मिहिर कोटेचा ने कहा, “यह बस सत्ता में बने रहने की एक कोशिश है। लेकिन, मुंबई के लोगों को यह समझ आ गया है। हाल के नगर पालिका और नगर परिषद के नतीजों से यह बिल्कुल साफ है, जिसमें महायुति ने 70 प्रतिशत से ज्यादा सीटें जीती हैं।”